23 से 25 नवंबर तक तीन दिवसीय उद्योग-शैक्षणिक सम्मेलन का हो रहा आयोजन

जमशेदपुर : आदित्यपुर स्थित एनआईटी कैंपस में आयोजित 23 से 25 नवंबर तक तीन दिवसीय कॉन्क्लेव का उद्देश्य भविष्य के औद्योगिक विस्तार के लिए उद्योग और शिक्षा जगत के बीच संबंध स्थापित करना है। वहीं उद्घाटन के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि उत्तम सिंह उपाध्यक्ष, आयरन मेकिंग टाटा स्टील और सम्मानित अतिथि के रूप में राजीव कुमार ईएसी उद्योग 1 समिति के अध्यक्ष पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय, भारत सरकार, अरविंद चौबे निदेशक एनआईटी दुर्गापुर, डॉ शुभ्रोकमल दत्ता, आर्थिक एवं विदेश नीति विशेषज्ञ मंच पर मौजूद थे। कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्वलन व सरस्वती वंदना के साथ किया गया। साथ ही स्मारिका का अनावरण कर किया गया। मौके पर प्रो एमके सिन्हा, डीन (आर एंड सी) ने बताया कि देश के सभी हिस्सों से संकायों, अनुसंधान विद्वानों, उद्योग जगत के विशेषज्ञों समेत कुल 355 प्रतिभागी सम्मेलन में उत्साहपूर्वक भाग ले रहे हैं। इस दौरान एनआईटी जमशेदपुर के निदेशक डॉ गौतम सूत्रधर ने सभी अतिथियों को शॉल और प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित भी किया। वहीं मुख्य अतिथि ने देश के विकास के लिए उद्योग-अकादमिक साझेदारी की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम समाज की दशा और दिशा को पूरी तरह से बदल सकते हैं। साथ ही अन्य अतिथियों ने भी उद्योग और शिक्षा जगत के बीच बहुआयामी संवाद के विभिन्न पहलुओं को संबोधित किया। संस्थान ने आईआईटी (आईएसएम) धनबाद और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड टेक्नोलॉजी रांची के साथ भी समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। जबकि निदेशक डॉ गौतम सूत्रधर ने इस बात पर जोर दिया कि एनआईटी जमशेदपुर आत्मनिर्भर भारत और मेक इन इंडिया कार्यक्रम के संकल्प के पथ पर आगे बढ रहा है। कार्यक्रम के दूसरे दिन मॉडल प्रदर्शनी, विशेषज्ञ संवाद, तनाव प्रबंधन पर योग सत्र और पैनल चर्चा का आयोजन किया जाएगा। रात्रि में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी होगा। मौके पर डॉ राम विनय शर्मा, उपनिदेशक, डीन, विभागाध्यक्ष, संकायाध्यक्ष, शोधार्थी के साथ साथ अन्य भी मौजूद थे।

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