बागबेड़ा और ओलीडीह फायरिंग मामले का एसएसपी ने किया खुलासा, 6 शातिर अपराधी गिरफ्तार

 रिपीटर रेगुलर बंदुक, 4 देसी पिस्टल, एक देसी कट्टा, 102 जिंदा कारतूस बरामद

– बिहार से हथियार का मिला कनेक्शन, खोज जारी

जमशेदपुर : बीते 2 मई को बागबेड़ा और 4 अप्रैल को ओलीडीह ओपी अंतर्गत हुए फायरिंग के मामले का खुलासा बुधवार पुलिस ऑफिस में एसएसपी किशोर कौशल ने प्रेसवार्ता कर किया। मौके पर एसपी सिटी मुकेश लुनायत समेत अन्य पुलिसकर्मी भी मौजूद थे। इस दौरान एसएसपी ने बताया कि दोनों मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एसपी सिटी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया था। जिसमें शामिल पुलिस टीम ने गुप्त सूचना पर पांच आरोपियों को पश्चिम बंगाल कोलकाता कोलूपुकूर बाययुटी स्थित लोकनाथ अपार्टमेंट से गिरफ्तार किया। जिसके बाद पुलिस सभी को ट्रांजिट रिमांड पर शहर लेकर पहुंची। गिरफ्तार आरोपियों में बागबेड़ा कॉलोनी रोड नंबर 1 निवासी नीरज कुमार दुबे, साकची गौशाला सांगा रोड निवासी मो. चांद उर्फ मो. नाजीर, एमजीएम मुखियाडांगा निवासी बृजेश कुमार पांडे, ओलीडीह डिमना बस्ती जयशिव अपार्टमेंट निवासी अभिमन्यु सिंह उर्फ सिंटू सिंह और संकोसाई रोड नंबर 5-बी गुडरुबासा का रहने वाला डेविड टोप्पो शामिल हैं। वहीं पुलिस ने ओलीडीह डिमना रोड लक्ष्मण नगर निवासी अपराधी सुनिल रजक को शहर से ही गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने इनकी निशानदेही पर एक रिपीटर रेगुलर बंदुक, 4 देसी पिस्टल, एक देसी कट्टा, 102 पीस जिंदा कारतूस, चोरी की टीवीएस अपाचे बाइक व स्कूटी और 7 मोबाइल भी बरामद किया है। इन सभी अपराधियों पर शहर के थानों में हत्या, रंगदारी, आर्म्स एक्ट समेत विभिन्न आपराधिक मामले भी दर्ज है। आगे उन्होंने कहा कि बागबेड़ा और ओलीडीह दोनों जगह में हुए फायरिंग मामले में अपराधी सुनील रजक और डेविड टोप्पो शामिल था। बागबेड़ा में फायरिंग के दौरान सुनील बाइक चला रहा था। जबकि डेबिड मोनू सिंह गोली चला रहा था। वहीं मो. चांद भी स्कूटी से वहां पहुंचकर फायरिंग कर रहा था। जबकि ओलीडीह ओपी अंतर्गत डिमना रोड संजय पथ न्यू सुभाष कॉलोनी मानगो निवासी उमेश कुमार पांडे उर्फ गुड्डू पांडे के घर पर सिंटू सिंह और डेविड टोप्पो ने गोली चलाई थी। इस दौरान सुनील रजक बाइक लेकर बाहर खड़ा हुआ था। उन्होंने कहा कि पूछताछ में सिंटू सिंह ने बताया कि बरामद रिपीटर बंदूक गुड्डू पांडे की है। जिसको उसने दोस्ती यारी में लिया था। मगर कुछ वक्त बाद में गुड्डू पांडे उससे बंदूक वापस मांग रहा था। जिसके कारण दोनों के बीच विवाद हो गया। जिसको लेकर गुड्डू पांडे ने सिंटू सिंह से उसके बेटे को मारने की धमकी भी दी थी। जिसके बाद ही उसने गुड्डू पांडे के घर पर फायरिंग की घटना को अंजाम दिया था। इसी तरह टाटानगर रेलवे स्टेशन के पास अपराधी नीरज दुबे पर फायरिंग हुई थी। जिसमें उसे मोनू सिंह का हाथ होने का शक था। जिससे बदला लेने के लिए उसने मोनू के घर पर फायरिंग की घटना को अंजाम दिलवाया। गिरफ्तार सभी अपराधियों ने अपना खुद का गैंग बना रखा था। इनके द्वारा बिहार से हथियार की खरीदारी की जाती थी। जिसका पता चला है और पुलिस उसपर काम भी कर रही है। घटना में प्रयुक्त हथियारों को गिरफ्तार अपराधियों के घर के पास खंडहरनुमा जगह से बरामद किया गया है। टीम में पटमदा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बचनदेव कुजूर, डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर तौकीर आलम, डीएसपी वन भोला प्रसाद सिंह, बागबेड़ा थाना प्रभारी पीसी सिन्हा, जुगसलाई थाना प्रभारी नित्यानंद प्रसाद, ओलीडीह ओपी प्रभारी अमित कुमार, एसआई विवेक कुमार पंडित, चेतन बैरागी, अमित अभिषेक, तकनीकी शाखा आरक्षी 513 रविकांत मिश्रा, 1971 संतोष कुमार, 546 हीरामणि कुमार, 815 हरिश्चंद्र उरांव और चालक आरक्षी 3794 प्रभु कुमार सिंह शामिल थे।

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