पाकुड़ संवाददाता
पाकुड़: आयुष समिति पाकुड़ के निर्देश अनुसार आयुष ग्राम इलामी प्लस टू स्कूल में आयुर्वेदिक दिवस का आयोजन किया गया। आयुष पदाधिकारी डॉ आबू तालिब ने छात्र -छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा की पारंपरिक आयुष पद्धति को हर लोगों को अपना जीवन में अपनाना है। आयुष पद्धति आयुर्वेदिक, योगा, यूनानी, सिद्धां, एवं होम्योपैथिक उपचार से लोगों को बिना दुष्प्रभाव से रोग का जड़ से इलाज किया जाता है। सस्ता एवं सुलभ होने के साथ-साथ साइंटिफिक भी है। दैनिक जीवन व्यस्त होने के कारण खान-पान रहन-सहन में भी बदलाव आ गया है जिसके कारण बहुत सारी बीमारियां का शिकार होने पड़ता है। पश्चिमी सभ्यता एवं खान पान जंक फूड( फास्ट फूड) से बच्चे में मानसिक एवं शारीरिक रूप से कमजोर हो जाते हैं। योग को बढ़ावा देने के लिए झारखंड सरकार ने योग प्रशिक्षक को हर हेल्थ एंड वैलनेस सेंटरों में योग अभ्यास करने का आदेश दिया गया है ताकि योग के द्वारा पहले से ही बीमारियों को नियंत्रण किया जा सके। औषधि पौधा जैसे तुलसी, अश्वगंधा, हरसिंगार, अशोक, अर्जुन, बेल, जामुन, नीम आदि का रोपन करके घरेलू उपचार के साथ-साथ वातावरण को भी शुद्ध बनाने में मददगार है। छात्र-छात्राओं को तंबाकू, गुटखा एवं शराब के दुष्प्रभाव के बारे में बताएं। नशा पान से शारीरिक एवं मानसिक दुष्प्रभाव के साथ-साथ समाज में भी बुरा प्रभाव पड़ता है जैसे -मारपीट चोरी- डकैती, मर्डर, रेप, हिंसा आदि घटना का अंजाम देने का मूल कारण है। इस प्रोग्राम में स्कूल के प्रधानाध्यापक आशीष कुमार सर, 2 स्कूल योग एम्बेसडर सफीउर रहमान एवं मनीरूल उपस्थित थे।