टंडवा : लोक आस्था का महापर्व छठ की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर छठ पूजा की उपासना गांव से लेकर शहर तक होती है। देखा गया कि छठ पूजा को लेकर बाजारों में भी खरीदारी शुरू कर हो गयी है।
छठमहा पर्व का सबसे आकर्षण भगवान सूर्य मंदिर के चुन्दरू में रहती है जहां हर साल 5 हजार से अधिक श्रद्धालु अर्ध्य अर्पित करते हैं। दो नदियों के चुंदरु व गेरूआ नदी के संगम में स्थित सुर्य मंदिर की अपनी महिमा है । खूबसूरत प्राकृतिक वादियों के बीच स्थित इस सुर्य मंदिर के प्रति लोगों की गहरी आस्था है ।कहा जाता है कि टंडवा मे सुर्य की उपासना प्राचीनकाल से होती आ रही है । बताया जाता है झारखंड ही नहीं यूपी, बिहार के श्रद्धालु आते हैं। जिसको लेकर मंदिर प्रबंधन की ओर से तैयारी शुरू हो गई है। इस महापर्व का शुभारंभ पहले दिन नहाय-खाय के साथ शुक्रवार को होगा। व्रती महिला-पुरुष 36 घंटे का निर्जला व्रत रखते हैं।
इसमें हर दिन का अपना खास महत्व है। इस पूरी अवधि में व्रती महिलाएं छठ के गीत गाती हैं। चार दिन तक चलने वाले इस व्रत के दूसरे दिन 18 नवंबर को खरना का व्रत रखा जाएगा। 19 नवंबर को निर्जला व्रत के बाद अस्ताचलगामी भगवान सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। 20 नवंबर को उगते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत का पाराण किया जाएगा।
सजने लगीं दुकानें
छठ को लेकर प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न बाजारों में पूजन सामग्रियों की दुकानें सजने लगी हैं। टंडवा, मिसरौल, सेरनदाग, धनगडा बड़गांव में 25 लाख से समेत अन्य फल दूध समेत अन्य सामग्रियों कारोबारी मंगाते है।