सामुहिक प्रयास से खत्म होगा लैंगिक भेदभाव एवं ट्रांसजेंडर के साथ असमानता – चंद्रा शरण

डीबीएस कॉलेज ऑफ एजूकेशन में जेंडर सेंसटाइजेशन पर विशेष सत्र का हुआ आयोजन

जमशेदपुर : डीबीएस कॉलेज ऑफ एजूकेशन के रोट्रेक्ट क्लब और आइक्यूएसी सेल के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार जेंडर सेंसटाइजेशन पर एक विशेष सत्र का आयोजन किया गया। जिसमें बतौर मुख्य वक्ता चंद्रा शरण उपस्थित रहीं। वहीं सत्र की शुरुआत चन्द्रा शरण ने मेडिटेशन से किया। इस दौरान उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य और हमारा शरीर जीवनपर्यंत मित्र रहेंगे। साथ ही उन्होंने लैंगिक संवेदीकरण और लिंग के बीच अंतर के बारे में छात्रों को जागरूक भी किया। इसी तरह उन्होंने समाज द्वारा बनाई गई लैंगिक भूमिका के बारे में भी बताया। इस दौरान उन्होंने आत्म प्रेम, आत्म स्वीकृति का महत्व भी बताया। वहीं समाज में लड़के और लड़कियों के बीच भेदभाव के बारे में भी विस्तार से चर्चा की। वहीं छात्रों को प्रेरित करते हुए उन्होंने सभी को समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की बात भी कही। आगे उन्होंने कहा कि शिक्षक समाज के निर्माता होते हैं l समाज में हो रहे लैंगिक भेद भाव एवं ट्रांसजेंडर के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ सभी को मिलकर अपने-अपने स्तर पर प्रयास करना होगा। तभी भारत में इस कुरीति का अंत होगा और समानता व भाईचारे की भावना प्रबल होगी। वहीं कार्यक्रम में प्रो अंजलि गणेशन ने मुख्य वक्ता का परिचय देते हुए कहा कि वह एक बहु आयामी व्यक्तित्व की स्वामिनी है। उन्होंने विभिन्न पदों पर रहकर टाटा स्टील में 37 साल तक अपनी सेवा दी है। समाज सेवा में सक्रिय रहने के साथ-साथ इन्होंने ट्रांसजेंडर की स्थिति को सुधारने के लिए कई सार्थक प्रयास भी किए हैं। मौके पर डीबीएमएस कॉलेज ऑफ एजुकेशन की प्राचार्या डॉ जूही ने चन्द्रा शरण का स्वागत भी किया। इस अवसर पर कॉलेज के सभी शिक्षक, कर्मचारी और छात्र-छात्राएं मौजूद थे। धन्यवाद ज्ञापन बीएड के छात्र परविंदर ने किया। वहीं कॉलेज की छात्रा पूजा तथा शैलजा ने अपने फीडबैक भी दिए।

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