आओ हम सभी नव वर्ष में नया गुल खिलाए

जाति धर्म में वोट को ना करें बेकार, युवा वर्ग नशा की ओर न जाए

संजय सागर

अपनी तमाम खट्टी-मीठी यादों के साथ 2023 अतीत का हिस्सा बनकर अलविदा लिया. अब 2024 का पदार्पण हुआ. आइए नयी ऊर्जा, आशा और उत्साह के साथ इसका स्वागत करें. हर ओर नया और सकारात्मक देखें. सभी चेहरे को नयी नजर से देखें. हर चीज में नयापन तलाशें. नयी प्रेरणा से देखें. नयी आशा से देखें. नयी राह की ओर देखें. नये सपने देखें, मार्ग बनाएं और उस ओर चलना शुरू करें. इच्छाशक्ति को प्रबल करें. पाखंड का त्याग करें. भरोसा करें, भरोसे लायक बनें.विश्वास करें, विश्वास जीतें. अपनी गरिमा समझें, दूसरे की अहमियत समझें.

हम सभी नैतिकता को अपनावे. आज की युवा अच्छी संस्कार अपनावे.

नव वर्ष में युवा संकल्प ले नशा ना करें

2024 का स्वागत युवा वर्ग जिस अंदाज से कर रहे हैं उसी अंदाज में संकल्प ले कि वह किसी प्रकार के नशा के मार्ग में न जाए. क्योंकि हम सभी जानते हैं कि नशा जिंदगी को नाश कर देती है घर परिवार सबसे अलग कर देती है दोस्तों एवं मित्रों से भी दूर ले जाता है और एक दिन नशा पूरी दुनिया से अलग कर देता है. आशिकी युवा संकल्प प्ले और अपने आप में संयम भरते हैं नशा पान न करे. हजारीबाग जिले के बड़कागांव सिविल सोसाइटी के अध्यक्ष मनोज गुप्ता का कहना है कि देश का भविष्य ही युवा है. नव वर्ष में संकल्प ले कि हम नशे से दूर रहें और विकसित भारत बनाने के लिए कदम बढ़ाते रहें. हमारा देश राम का है. राम भगवान एक आदर्श और पुरुषोत्तम पुरुष थे. उनके आचरण को अपनाकर भगवान श्री राम की तरह देश को सोने की चिड़िया बनाएं.

 

नए साल में हम ऐसे कर सकते हैं

प्रकृति का विधान ऐसा है कि हर नये में सृजनात्मक संवेदना रची-बसी होती है. नया सौंदर्यबोध होता है. अंधकार के बाद उजाले की तरह, रात के बाद सुबह की तरह. अपने वाट्सएप्प और एसएमएस के बॉक्स से हर बुरे संदेशों और तस्वीरों को डिलिट करें और अच्छे संदेशों को मेमोरी बैंक में समाहित करें. लाख कोशिश के बाद भी मानव मस्तिष्क में स्मृतियां शेष रह ही जाती हैं. फिर भी कोशिश करें कि मात्र अच्छी स्मृतियां ही शेष रहें.

जल, जंगल, जमीन को बचाने को ले संकल्प

पृथ्वी में जीवो की उत्पत्ति जल से हुई है. और आज हम सब जीव जंतु यहां तक पहुंच गए हैं. इसका श्रेय जल को है .जल से ही जंगल आज हरा भरा है, जल और जंगल का सबसे बड़ा आधार हमारी धरती माता है. यह तीन संसाधन पृथ्वी की जीवन है . लेकिन अफसोस है पूंजीपति वर्ग संपत्ति बटोरने के चक्कर में जल जंगल और जमीन को नष्ट कर रहे हैं. और इसका सहयोग हमारे सरकार भी कर रही है. जल जंगल जमीन को नष्ट कहीं कोयला खदान खोलकर, तो कहीं बड़े-बड़े कल कारखाने खोलकर कर रहे हैं. हम मानते हैं कि हमारा आर्थिक विकास के लिए कल कारखाने और उद्योग आवश्यक है. लेकिन हमारा जड़ और अस्तित्व सुरक्षित कैसे रहे इसका हमेशा विकल्प और कार्यकलाप होते रहना चाहिए .इसलिए नव वर्ष में हम सभी यह संकल्प ले कि जल जंगल जमीन को अवश्य बचावे.

 

पूर्वाग्रह से दूर रहे

अपनी स्मृतियों से पूर्वाग्रहों को मुक्त करें. यह कठिन तपस्या है, फिर भी प्रयास करें. स्मृतियों को बोझ न बनने दें.स्मृतियों को प्रेरक बनाएं. अच्छी यादें प्रेरणा देती हैं, सुख देती हैं. दुखदायी स्मृतियों को मिटा दें. जिन दुर्गुणों को पिछले वर्ष झेला, उन्हें आज भूल जाएं. चंद दिनों बाद हम नये वर्ष में प्रवेश कर जाएंगे. इसलिए सब कुछ नया हो. सब कुछ अच्छा हो. हर ओर शुभ हो. हर काम का शुभ आरंभ हो.

 

नये साल में जरूरी हैं संकल्प

नये वर्ष के लिये संकलप लें सच्चाई का पर्यावरण के निर्माण का, नया समाज और नया भारत के निर्माण का, स्वस्थ्य एवं सुंदर समाज के निर्माण का एवं संगठित परिवार का. सृजन की योजना बनाएं. 2024 आम चुनाव का वर्ष है. साल की शुरूआत से ही सत्ता परिवर्तन का संघर्ष होगा. इस लिहाज से यह वर्ष परिवर्तन के जद्दोजहद में रहेगा. संकल्प लें कि इस जद्दोजहद में सब अच्छा हो.युवाओं के रोजगार का मार्ग प्रशस्त हो व्यापार में चल रहा उथल-पुथल समाप्त हो.किसानों के लिए सकारात्मक माहौल बने. स्वच्छ भारत बने. कला-संस्कृतियों की रक्षा हो. विकास का मॉडल बाजारवाद पर हावी न हो. शहरी-ग्रामीण जीवन स्तर, अमीर-गरीब के बीच खाई चैड़ी न होने पाये. सबके सम्मान, आत्मनिर्भरता की रक्षा हो. युवा वर्ग भी संकल्प लेकर आम चुनाव में दारू मुर्गा, पैसे के पीछे भाग कर वोट ना बेच. स्वच्छ लोकतंत्र स्वच्छ सरकार निर्माण करने के लिए धर्माबाद एवं जातिवाद में वोट को बेकार न करें.

 

आप सभी को नववर्ष मंगलमय हो.

संजय सागर, पत्रकार, लेखक बड़कागांव हजारीबाग झारखंड 8709463497

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