संजय सागर
बड़कागांव: बड़कागांव प्रोफेसर कॉलोनी स्थित प्राचार्य राम सेवक से आवास में पुराने वर्ष की अलविदा एवं नए वर्ष के स्वागत में आर.एस. बुद्धिज्म इवनिंग कॉलेज एवं कर्णपुरा इंटर कॉलेज बड़कागांव के सौजन्य से बहुजन समाज पार्टी के हजारीबाग जिला अध्यक्ष शीला देवी की अध्यक्षता में गेट टूगेदर कार्यक्रम का आयोजन किया गया, इसकी अध्यक्षता एवं संचालन कर्णपुरा कॉलेज के संस्थापक सह सेवानिवृत्त प्राचार्य राम सेवक ने की. कार्यक्रम की शुरुआत बुद्ध की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित एवं पुष्प अर्पित कर किया गया.कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शीला देवी ने कहा कि बहुजन समाज पार्टी सिर्फ दलित की नई बल्कि आदिवासी, पिछड़े, अल्पसंख्यकों के लिए एक राष्ट्रीय पार्टी है.इसकी स्थापना डॉक्टर भीमराव अंबेडकर के अनुयाई काशीराम ने 1984 में किए थे और बहुत कम समय में ही राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिलाई थी.वर्तमान समय में दलित, आदिवासी, ओबीसी एवं अल्पसंख्यकों का शेरनी बहन मायावती पार्टी का कमान संभाल रही है। अन्य पार्टी जात-पात एवं धर्म में बांट कर देश में शासन कर रही है. बहुजन समाज पार्टी पूंजीपतियों के लिए नहीं यह गरीबों की पार्टी है। जबकि भाजपा पूंजीपतियों की पार्टी है. बोरा प्रस्तुत करने वालों को ही भाजपा टिकट देती है.शीला देवी ने आगे कहा कि देश संविधान पर चलता है और संविधान पर चलने वाले सरकार बहुजन समाज पार्टी ही दे सकती है। देश को संविधान 32 डिग्रियां प्राप्त करने वाले डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने दी है और बाबा साहब का देन है कि गरीब लोगों को आज अधिकार मिल रही है। केंद्र सरकार सभी सरकारी संस्था बेच रही है जो कुछ भी बचा है उसे बेचने की तैयारी कर रही है। जिला अध्यक्ष ने कहा कि पूर्व में लोग मतदान देश के विकास के लिए करते थे लेकिन वर्तमान समय में बड़े ही अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है युवा पीढ़ी वोट के समय दारू- मुर्गा के पीछे भागते हैं और बाद में विकास चाहते हैं. प्राचार्य रामसेवक ने कहा कि जिस प्रकार शरीर में खून जरूरी है वैसे ही लोकतंत्र में राजनीति का भी महत्व है.लोकतंत्र में राजनीति ध्रुव है जिसके चारों ओर सारे स्तंभ घूमते हैं.भले ही राजनीति से लोग दूर भागते हैं लेकिन राजनीति ही सबसे जरूरी है. मौके पर अधिवक्ता अनिरुद्ध कुमार, रामकुमार, बालकृष्ण राम, मिशाल कुमार शाह, रामेश्वर यादव, द्वारकानाथ महतो, रूपेश कुमार, मुन्ना राम पासवान, अशोक महतो, कीर्तन महतो, अरुण कुमार, दयाली प्रसाद सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं शामिल थे.