खरसावां में किसानों के बीच कृषि किट एवं आधुनिक मशीनों का किया वितरण
जमशेदपुर : झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने सोमवार खरसावां गोंदपुर मैदान में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार की ओर से आयोजित किसान मेला (कृषि उत्पाद एवं प्रशिक्षण शिविर) का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने वहां उपस्थित किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने ‘जय जवान एवं जय किसान’ का नारा दिया था। साथ ही आज जय किसान का नारा इस किसान मेले में फलीभूत होते हुए दिख रहा है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के हित में कई नई योजनाएं शुरू की हैं। जिसके तहत किसान सम्मान निधि के माध्यम से उन्हें 6000 रुपए की सम्मान राशि भी प्राप्त हो रही है। उन्होंने कहा कि पहले जब कोई कृषि क्षेत्र बाढ़ या सुखाड़ से प्रभावित होता था तो कृषकों को फसल बीमा का लाभ मिलता था। मगर अब एक अकेला किसान का खेत बाढ़ या सुखाड़ से प्रभावित होता है तो उन्हें भी बीमा का लाभ मिलता है। किसान मेले के आयोजन से लोगों को आपस में संवाद कर आधुनिक तकनीकी एवं उपकरणों से कृषि कार्य करने की जानकारी होती है। प्रधानमंत्री किसानों, आदिवासियों के साथ-साथ आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। ड्रोन के माध्यम से खाद एवं कीटनाशकों के छिड़काव की व्यापक योजनाएं भी बनाई गई हैं। साथ ही नई तकनीक से लाभ मिलना भी शुरू हो गया है। जिससे कृषकों का श्रम कम लगेगा एवं लागत भी कम होगी। इस दौरान राज्यपाल ने झारखंड के सभी रेलवे विद्युतीकरण के लिए प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने राज्य को सबसे अधिक एकलव्य विद्यालय की सौगात दी है। अर्जुन मुंडा भारत के पहले जनजातीय कृषि मंत्री है और उनके नेतृत्व में निश्चित ही कृषि के क्षेत्र में क्रांति आएगी। विशेषकर जनजातीय क्षेत्रों में वहां की जलवायु एवं पर्यावरण के कृषि क्षेत्र में अनुकूल विकास भी होगा। उन्होंने किसान मेला में आधुनिक तकनीक से किए गए मशरूम उत्पादन एवं मोटे अनाज (मिलेट्स) के विभिन्न उत्पादों को देखकर कहा कि इससे इस क्षेत्र में काफी विकास होने की संभावना है। जबकि उन्होंने सभी से आह्वान किया कि सभी अपने-अपने क्षेत्रों में ‘किसान उत्पादक संगठन’ गठित कर सरकार के विभिन्न योजनाओं का लाभ लें। मौके पर राज्यपाल ने विभिन्न किसान उत्पादक संगठनों को कृषि कार्य से संबन्धित किट समेत विभिन्न सखी मंडलों को आधुनिक कृषि मशीनें भी वितरित की। इससे पहले राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने शहीदों को श्रद्धासुमन भी अर्पित किया। वहीं उन्होंने कहा कि 1 जनवरी 1948 को खरसावां गोलीकांड में शहीद हुए लोगों की शहादत झारखंड राज्य के निर्माण में भुलाया नहीं जा सकता। शहीदों के प्राणों की आहुति के चलते ही खरसावां का यह पवित्र शहीद स्थल आज हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने कहा कि शहीदों के बलिदान से हमें आगे बढ़ाने की शक्ति मिलती है। राज्यपाल के साथ-साथ केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने भी शहीद स्मारक पर तेल अर्पित कर शहीदों को नमन किया।