वित्तीय वर्ष 2023 -24 के लिए हजारीबाग को अबुआ आवास का आवंटन मिला 11,648 जबकि बड़कागांव प्रखंड में ही आवेदन प्राप्त हुआ 11,670
संजय सागर
बड़कागांव: आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम में अबुआ आवास का आए आवेदन के बाद सही लाभुकों का चयन के लिए सर्वेक्षण तथा पंचायत में आम सभा संपन्न किया गया। चूंकि झारखंड सरकार ग्रामीण विकास विभाग द्वारा हजारीबाग जिले को वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए अबुआ आवास योजना के तहत 11,648 आवास आवंटन मिला है।जबकि बड़कागांव प्रखंड के 23 पंचायत में ही कुल 11,670 अबुआ आवास के लिए आवेदन प्राप्त हुआ है। इस परिस्थिति में सही लाभुकों का चयन एवं जरूरतमंद को पहले आवास देने के लिए जिला एवं प्रखंड प्रशासन द्वारा टीम गठित कर पंचायत एवं गांव वार सर्वेक्षण कार्य कराया गया, ताकि सही लाभूक को अबुआ आवास आवंटित किया जा सके। जिला को प्राप्त आवंटन 11,648 में 50 प्रतिशत आवास एसटीएससी को 5824 आवास आरक्षित की गई है। वहीं 35 प्रतिशत ओबीसी को 4077 आवास, मैनोरोटी को 10 प्रतिशत 1165 आवास तथा अन्य को 5 प्रतिशत अर्थात 583 आवास देने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अब देखना होगा कि 2023-24 के निर्धारित राज्य के प्राप्त आवंटन आवास जिले को 11,648 में बड़कागांव प्रखंड के लिए कितना आवास हिस्सा में प्राप्त होगा। इसी आलोक में 28 दिसंबर 2023 से 4 जनवरी 2024 तक पंचायत में आमसभा बुलाकर जरूरतमंद लाभुकों को प्राथमिकता के आधार पर पहले लाभ देने के लिए आम सभा में निर्धारित करना सुनिश्चित किया गया था। इस बीच पंचायत में आम सभा बुलाकर लाभुकों का चयन प्रक्रिया पुरी की गई।हालांकि झारखंड सरकार ग्रामीण विकास विभाग के सचिव के पत्रांक 5316 दिनांक 16/12/ 23 के आलोक में विगत 3 वित्तीय वर्ष के लिए आवास का आवंटन झारखंड के सभी जिलों के लिए निर्धारित करते हुए सभी उपायुक्त को निर्देशित की गई है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में पूरे झारखंड में अबुआ आवास 2 लाख बनाने का लक्ष्य निर्धारित की गई है जिसमें हजारीबाग जिले को 11,648, वित्तीय वर्ष 2024-25 में पूरे झारखंड में 3,50,000 लक्ष्य में हजारीबाग को 20,338 आवास जबकि 2025-26 के लिए राज्य भर का लक्ष्य 2,50,000 में हजारीबाग को 14,560 आवास निर्धारित की गई है। लक्ष्य से कम आवंटन आवास के कारण सही लाभुकों तक लाभ पहुंचाना चुनौती बन गई है। अबुआ आवास के लाभार्थी वही हो सकते हैं जो कच्चे घर में रहते हैं, आवास विहीन एवं निराश्रित परिवार है, विशेष रूप से कमजोर जनजाति समूह परिवार है, प्राकृतिक आपदा के शिकार परिवार है, कानूनी तौर पर रिहा किए गए बंधुआ मजदूर है अथवा वैसे परिवार जिन्हें राज्य सरकार अथवा केंद्र सरकार द्वारा संचालित आवास योजना जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना, ग्रामीण बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर आवास योजना, बिरसा आवास योजना, इंदिरा आवास योजना इत्यादि आवास का लाभ कभी नहीं दिया गया हो। ज्ञात हो कि प्रखंड के 11,670 में से विगत शिविर में सबसे अधिक बादम पंचायत से 1035, गोसाई बलिया से 955, गरसुला से 796, नापो खुर्द से 764, पोटंगा से 715, चंदौल से 714, सिरमा से 698, महुगाईकला से 692, गोंदलपुरा से 638, कांडतरी से 524, हरली से 512, आँगों से 494, मध्य से 460, चेपाकला से 445, तलसवार से 415, सिकरी से 355, बड़कागांव पूर्वी से 366, सांढ से 315, नयाटांड़ से 347, पश्चिमी से 213, उरीमारी से 220, सिंदुवारी से मात्र 45, एवं डाडीकला से मात्र 37 आवेदन किया गया है।