टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन अस्थाई मजदूरों के साथ खड़ी है, प्रबंधन जल्द से जल्द निकालें हल – गुरमीत सिंह

जमशेदपुर : टाटा मोटर्स वर्कर्स यूनियन कार्यालय में शुक्रवार कमेटी मीटिंग संपन्न हुई। जिसकी अध्यक्षता अध्यक्ष गुरमीत सिंह ने की। बैठक में महामंत्री आरके सिंह ने कहा कि हमने आज अस्थाई साथियों के विषय पर चर्चा कर आपकी राय सुनने के लिए यह बैठक बुलाई हैं। वर्तमान समय में अस्थाई क्या सोच रहे हैं, उनकी राय क्या है एवं तमाम मजदूर साथी क्या विचार रखते हैं, उनसे बातचीत करने के लिए सभी को कहा गया था। जिसके तहत आपने अपने डिपार्टमेंट में साथी कर्मचारियों के साथ बातचीत किया है। वे चाहते हैं कि बारी-बारी से सभी उनकी राय को बैठक में रखें। जिसके बाद सभी कमेटी मेंबरों ने अपने-अपने क्षेत्र के साथियों के साथ जो बातचीत हुई थी, उसे बैठक में साझा किया। कुल मिलाकर सभी ने कहा कि जिन दो विषयों पर यूनियन ने प्रबंधन के मसौदे को खारिज किया है। उसपर मजदूर सभी अस्थाई साथी यूनियन के साथ खड़े हैं। साथ ही यूनियन से आशा करते हैं कि इसका सटीक निराकरण भी निकलेंगे। सभी की बातों को सुनने के बाद महामंत्री आरके सिंह ने कहा जैसा कि आपको ज्ञात है कि 8 जनवरी को श्रमायुक्त के पास यूनियन को अपना पक्ष रखना है। प्रबंधन ने जो अपना मसौदा दिया है उसे हम खारिज करते हैं। साथ ही उसमें से दो बिंदु पहले अस्थाई साथियों का स्थानांतरण किसी भी कीमत पर नहीं होना चाहिए। एक भी अस्थाई साथी जो यहां ट्रेनिंग किए है और अपने टारगेट को पूरा करने के लिए जमशेदपुर प्लांट को आगे बढ़ाने के लिए जी जान से मेहनत किया है। आज वह यदि स्थाई होता है तो उसकी गुणवत्ता का लाभ जमशेदपुर प्लांट को मिले। इसलिए एक भी अस्थाई साथी का स्थानांतरण को यूनियन स्वीकार नहीं करेगी। जहां तक स्थाईकरण में 600 का मसौदा कंपनी ने दिया है। इसे भी स्वीकार नहीं किया जा सकता है। जबकि दूसरा वार्ड एम्पलाई सिस्टम बदस्तूर जारी रहे और आवश्यकता पड़ी तो इसमें सुधार हो। वहीं अध्यक्ष ने अपने संबोधन में कहा कि कई बार ऐसा मौका रिकॉग्नाइज यूनियन के पास आकर खड़ा हो जाता है कि हमें मजदूर हित में प्रबंधन के बातों को खारिज करने की आवश्यकता होती है और आज ऐसा ही समय आ गया है कि हम लोगों को एकता के साथ अपनी लड़ाई लड़नी होगी। फिलहाल संघर्ष ही एक रास्ता है। हम चाहेंगे कि बातचीत से समस्या का समाधान हो। मगर ऐसा नहीं है की मजदूर के हितों की अवहेलना कर हम लोग बातचीत का दौर जारी रखें। इसकी जिम्मेदारी प्रबंधन पर है कि इस समस्या का हल जल्द से जल्द निकाले। अंत में धन्यवाद ज्ञापन एचएस सैनी ने किया। वहीं मंच का संचालन प्रकाश विश्वकर्मा ने किया।

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