गिरिडीह:- नगर भवन में आयोजित जिला स्तरीय मुखिया सम्मेलन में विभागीय प्रबंधन एवं व्यवस्था पर कुछ जनप्रतिनिधियों ने गंभीर सवाल खड़े किए हैं जबकि कुछ ने अपने स्तर से सुधार हेतु सलाह दिया है। धनवार प्रखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत परसन के मुखिया रामदेव यादव ने सम्मेलन को महज़ दिखावा एवं खानापूर्ति करार देते हुए कहा कि विभाग केवल दिखावा और खानापूर्ति करने का काम करता है। शिक्षा विभाग जनप्रतिनिधियों को उचित सम्मान तक नहीं देता है। हमारे द्वारा किए जाने वाले शिकायतों को कभी तरजीह नहीं दिया जाता है और उन्हें नजरंदाज किया जाता है। जनप्रतिनिधियों को उचित मान-सम्मान मिलना चाहिए साथ ही हमारे द्वारा किए गए शिकायतों को गंभीरता से लिया जाना चाहिए। कहा कि सम्मेलन में दूरदराज से आने वाले हमारे मुखिया साथियों के चाय एवं नाश्ते तक का प्रंबध नहीं किया जाना विभागीय उदासीनता को दर्शाता है। कहा कि यदि विभाग का रवैया आगे भी ऐसा ही रहा तो हम ऐसे सम्मेलन का बहिष्कार करने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
बेंगाबाद प्रखण्ड मुखिया संघ अध्यक्ष मो. शमीम ने कहा कि विभाग के द्वारा विद्यालयों को निर्गत किए जाने वाले फंड की सूचना एवं उसके खर्च की जानकारी मुखिया को होनी चाहिए विभाग इसका प्रबंध करना सुनिश्चित करे।
सदर प्रखंड मुखिया संघ अध्यक्ष मो. शब्बीर आलम ने कहा कि शिक्षा विभाग को सम्मेलन आयोजित करने के लिए धन्यवाद। इस सम्मेलन के द्वारा जिले के सभी मुखिया साथी एक स्थान पर जुटे एवं विचारों का आदान-प्रदान किया। कहा कि शिक्षा विभाग को सबसे पहले स्कूलों में शिक्षकों की घोर कमी की समस्या का समाधान करना चाहिए। कहा कि शिक्षा विभाग एवं जनप्रतिनिधियों के संयुक्त तत्वावधान में पंचायत स्तर पर शिक्षित बेरोजगार युवक-युवतियों को अनुभव प्रमाण पत्र निर्गत किया जाना चाहिए जिससे युवाओं को कुछ लाभ मिल सके।