सीजीपीसी में भगवान सिंह कमिटी ने पूरा किया एक वर्ष का विकासशील कार्यकाल

हमने संगत से साथ किया वादा पूरा किया, संगत के अपार सहयोग से मिलती है ऊर्जा – भगवान सिंह

 

– उपलब्धियों भरा रहा पहले वर्ष का कार्यकाल – शैलेन्द्र-अमरजीत

जमशेदपुर : मौजूदा प्रधान भगवान सिंह वाली सेंट्रल गुरद्वारा प्रबंधक कमिटी (सीजीपीसी) ने शनिवार को अपने कार्यकाल का एक वर्ष सफलता पूर्वक पूरा किया। इस अवसर पर उत्साहित और अभिभूत भगवान सिंह ने कोल्हान की साध संगत का धन्यवाद करते हुए कहा कि उन्होंने संगत से किया विकास का वादा पूरा करने की कोशिश की है और जिसके लिए उन्हें संगत से ही ऊर्जा मिलती है। वहीं अपने कार्यकाल की वर्षगांठ पर बयान जारी करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले एक वर्ष में कौम हित में उनकी कमिटी ने कई ऐतिहासिक फैसले लिये है। जिसमें सबसे महत्वपूर्ण फैसला अल्पसंख्यक छात्रावास की कैंटीन का मामला था। उन्होंने किसी व्यक्ति विशेष द्वारा कैंटीन चलाए जाने के फैसले को पलटते हुए कैंटीन संचालन का अधिकार सीजीपीसी की कार्यकारी समिति को ही सौंप दिया और जो एक इतिहासिक फैसला साबित हुआ। जिसे हाउस ने मान्यता देते हुए इसकी भूरी-भूरी प्रशंसा भी की थी। यह भी एक सुखद संयोग रहा कि शनिवार को ही प्रधान भगवान सिंह का जन्मदिन भी था और इसी दिन एक वर्ष पूर्व उन्होंने प्रधान पद का कार्यभार संभाला था। इस दौरान भगवान सिंह ने कहा कि हालाकिं पिछले एक वर्ष के दौरान किए गए कार्यों की फेहरिस्त काफी लम्बी है। मगर समाज कल्याण और कौम हित में किए गए मुख्य कार्यों को संगत के साथ साझा करने में वे खुशी और गर्व महसूस करते हैं। उनकी कमिटी ने कई बार रक्तदान शिविर, आई चेकअप कैंप, आधार, पैन और वृद्धा पेंशन शिविर के साथ साथ धार्मिक कार्यक्रम भी आयोजित किए। वहीं कमिटी के चेयरमैन सरदार शैलेंद्र सिंह ने उद्गार प्रकट करते हुए कहा कि इस दौरान गुरुद्वारों के ग्रंथी और सेवादार मानदेय बढ़ाने पर मुहर भी लगाई गई। जबकि सभी गुरुद्वारों में रहत मर्यादा लागू करने के अलावा आनंद कारज (शादी-ब्याह) पर भी कुछ जरुरी नियम लागू किए गए। जिसे संगत के सहर्ष स्वीकार किया। जबकि महासचिव अमरजीत सिंह ने एक वर्ष पूरा होने पर हर्ष जताते हुए कहा कि सीजीपीसी द्वारा सिख जनगणना की कवायद शुरू की गई थी। जिसका कार्य अब भी जोर-शोर से चल रहा है। यह एक जरुरी मसला है। उन्होंने कहा कि जल्द ही सिख जनगणना का कार्य पूरा कर लिया जाएगा। पहले सिरोपा भेंट करने की बाढ़ सी आ गई थी और किसी को सिरोपा दे दिया जाता था। जिसपर मौजूदा कमिटी ने अंकुश लगाने का काम किया है। साथ ही गरीब बेटियों के आनंद-कारज में कमिटी सहयोग करती आ रही है। कुछ गुरुद्वारों में चुनाव कई वर्षों से रुका हुआ था। जिसे भगवान सिंह के नेतृत्व में क्रियान्वित करते हुए बिना किसी वाद-विवाद के चुनाव सम्पन्न कराया गया। यह भी इस मौजूदा कमिटी की बहुत बड़ी उपलब्धि है। वहीं भगवान सिंह का कहना है कि बच्चों को निःशुल्क शिक्षा दिलाने के उद्देश्य से उनकी कमिटी ने सिख विजडम कोचिंग की स्थापना की है। साथ ही सीजीपीसी के आय का स्रोत बढ़ाने के लिए आधारभूत संरचना का निर्माण कर आय के स्रोत को नए आयाम दिए। उन्होंने कहा कि सिख विजडम में बच्चे कोचिंग लेकर एक शिक्षित समाज का निर्माण कर रहें हैं। उन्होंने यह भी कहा कि समाज के लिए निःशुल्क इलाज सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ व्यवस्था के लिए उन्होंने एक पहल की है और जिसका निर्माण कार्य अभी चल रहा है और जो अगले वर्ष संगत की सेवा के लिए ‘गुरु रामदास भलाई केंद्र’ के नाम से उपलब्ध रहेगा। इसी तरह उन्होंने कहा कि यह केवल और केवल संगत के सहयोग और आशीर्वाद एवं उनके सक्षम कमिटी सदस्यों के कठोर परिश्रम का नतीजा है कि विकास कार्य इतनी तेज गति से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि उनका संगत से वादा है कि आगे के वर्षों में संगत और नए विकास कार्यों को परवान चढ़ते उच्च स्तर पर देखेगी।

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