रातों-रात जेसीबी से ध्वस्त किया रैयतों के घर और चहारदीवारी
भुक्तभोगियों ने पचम्बा -जमुआ मुख्य मार्ग को किया जाम, प्रशासन से लगाया ज़मीन के कारोबारियों के विरुद्ध उचित कार्रवाई की मांग
गिरिडीह:- जिले में जमीन के अवैध खरीद-फरोख्त का गोरखधंधा इन दिनों चरम पर है। जमीन के अवैध कारोबारियों की गिद्ध दृष्टि शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों के खाली एवं उपयोग विहीन जमीनों पर तो है ही लेकिन ये लोग रैयती और सरकारी जमीनों की भी लूट-खसोट धड़ल्ले से कर दे रहे हैं। जिला पुलिस कप्तान ने जिस तरह से अपराध पर ज़ीरो टोलरेंस की नीति अपनाई है और अपराध एवं अपराधियों पर कानून का शिकंजा कसा है उससे जिले के माफिया एवं अपराधियों के होश फाख्ता हैं। अभी एक के बाद एक जिस तरह से साईबर अपराधियों की गिरफ्तारी हो रही है वह ऐतिहासिक है और अपराधियों के लिए एक बेहद कड़वा संदेश और सबक।
जिले में जमीन के अवैध खरीद-फरोख्त का कारोबार कितना धड़ल्ले से चल रहा है और यहां के सक्रिय भू- माफिया और इस धंधे से जुड़े सरगना कितने बेख़ौफ़ हैं इसकी बानगी देखिए कि शनिवार की रात सदर प्रखंड के परसाटांड़ स्थित मौजा मानिक लालो में रैयतों की जमीन पर बने घर एवं चहारदीवारी को रातों-रात जेसीबी मशीन लगाकर ध्वस्त कर दिया गया।
जिसको लेकर सुबह- सवेरे हजारों की संख्या में स्थानीय महिला-पुरुष ग्रामीणों ने उक्त स्थान पर जमकर बवाल काटा। गुस्साए ग्रामीणों ने तो कुछ देर के लिए पचम्बा- जमुआ मुख्य मार्ग को भी जाम कर दिया और प्रशासन से दोषियों के विरूद्ध उचित कार्रवाई की मांग करने लगे। स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि ने मौके की गंभीरता को देखते हुए पचम्बा थाना को मामले की जानकारी दी। आनन फानन में पचम्बा पुलिस मौके पर पहुंची और उग्र ग्रामीणों को किसी तरह से समझाया-बुझाया।
इस पूरे मामले के बाद अब सबकी निगाहें जिला प्रशासन पर है कि वह इस पूरे प्रकरण पर क्या स्टैंड लेती है। क्या आम आदमी के मेहनत और खून-पसीने की जमीन इस तरह खुलेआम लुटती रहेगी या फिर प्रशासन जमीन के अवैध कारोबारियों पर कार्रवाई करते हुए उन्हें माकूल जवाब देगी।
जिले में जमीन के अवैध लूट-खसोट का धंधा इन दिनों पूरे शबाब पर है तो वहीं पत्थरों का अवैध खनन,कोयला तस्करी, ढिबरा तस्करी, बालु उठाव, लाॅटरी, जुआ, शराब आदि का गोरखधंधा भी इन दिनों काफी फल फूल रहा है जिसके विरुद्ध भी जिला प्रशासन को तत्काल उचित क़दम उठाने की आवश्यकता है।