Md Mumtaz
खलारी: बिहार कोलयरी कामगार यूनियन (सीटू) के बैनर तले लगातार 107 दिनो से विश्रामपुर के रैयतों का सीसीएल की केडीएच परियोजना खदान से सटे जामुन दोहर में नौकरी और मुआवजा की मांग को लेकर धरना जारी है। वहीं लगातार बढ़ती ठंड और कनकनी के बीच भी रैयत धरने पर बैठे हुए है। अपनी मांगो को लेकर धरना पर बैठे बिहार कोलयरी कामगार यूनियन के कार्यकारी अध्यक्ष सह रैयत रतिया गंझू ने कहा कि रैयतों की नौकरी मुआवजा के समस्या के साथ भू-धंसान यहां के लिए बड़ी चुनौती बन गई है। उन्होने कहा कि डीसी के आदेश के बाद भी सीसीएल प्रबंधन एवं खलारी अंचलाधिकारी रैयतों की समास्याओं का सामाधान करने को आगे नहीं आ रहे हैं। विवश होकर हम रैयतों ने सीसीएल एनके प्रबंधन को पत्र के माध्यम 15 दिनों का रैयतों की समस्याओं के समाधान करने का समय दिया है, अगर तय समय में प्रबंधन समस्याओं का समधान नही होता है तो विश्रामपुर के रैयत केडीएच परियोजना कार्यालय की ताला बंदी कर धरना प्रदर्शन करेंगे। जिसकी पुर्ण जवाबदेही प्रबंधन की होगी। धरना में रैतय देवराज गंझू, संतोष कुमार गंझू, संजय गंझू, रोशन गंझू, बलदेव गंझू, मंतोष गंझू, सोनू गंझू, चंद्रमणि गंझू, सुखदेव गंझू, दशरथ गंझू, बलराम गंझू, दीपक गंझू सहित अन्य ग्रामीण बैठे है।