– मासिक 3 हजार मीट्रिक टन इस्पात उत्पादों का प्रसंस्करण करने में सक्षम
– पहले दो का उद्घाटन कटक और गाजियाबाद में हुआ था
– 2025 तक देशभर में ऐसे 10 केंद्र खोलने की योजना
जमशेदपुर : टाटा स्टील ने बुधवार भारत के तेजी से बढ़ते निर्माण उद्योग के लिए अनुकूलित सुदृढ़ीकरण उत्पादों और समाधानों की पेशकश करने के लिए विजयवाड़ा आंध्र प्रदेश में अपने तीसरे पूर्ण स्वचालित निर्माण सेवा केंद्र का उद्घाटन किया। इस दौरान टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स के वाइस प्रेसिडेंट आशीष अनुपम चैनल पार्टनर प्रतिनिधियों के साथ कंपनी के साथ साथ अन्य वरिष्ठ अधिकारियों भी उपस्थित रहे। बताया जा रहा है कि ये प्रति माह 3 हजार मीट्रिक टन (एमटी) की क्षमता वाली नई सुविधा, टिस्कॉन रेडीबिल्ड (कपलर थ्रेडिंग के साथ कस्टमाइज्ड कट एंड बेंड टाटा टिस्कॉन टीएमटी सरिया) का उत्पादन करेगी। साथ ही यह केंद्र 5 एकड़ में फैला हुआ है और जो निर्माण क्षेत्र को व्यापक समाधान प्रदान करेगा। जिसके बाद वेल्डेड वायर मेश और बोर पाइल केज को शामिल करने के लिए अपने डाउन-स्ट्रीम समाधान पोर्टफोलियो का विस्तार भी करेगी। इस प्रकार खुद को “वन-स्टॉप डाउन-स्ट्रीम कंस्ट्रक्शन सर्विस सेंटर” के रूप में स्थापित करेगी। यह सुविधा कंपनी के चैनल पार्टनर सम्राट आयरन प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से बनाई गई है। यह सुविधा दक्षिण में टाटा स्टील का पहला ऐसा केंद्र है। इससे पूर्व कटक और गाजियाबाद में पहले दो केंद्र पिछले साल कारोबार के लिए खोले गए थे। 11 एकड़ में फैली कटक की सुविधा की मासिक क्षमता 3 हजार मीट्रिक टन है। जबकि गाजियाबाद में एक महीने में 3,500 मीट्रिक टन स्टील उत्पादों तक बढ़ाया जा सकता है। मौके पर टाटा स्टील के लॉन्ग प्रोडक्ट्स के वाइस प्रेसिडेंट आशीष अनुपम ने कहा कि डाउनस्ट्रीम बिजनेस पर हमारा बढ़ता फोकस भारत के निर्माण क्षेत्र को आकार देने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का परिचायक है। आज टाटा स्टील निर्माण क्षेत्र को उपयोग के लिए तैयार स्टील उत्पाद और समाधान प्रदान करने के लिए मजबूत क्षमताओं वाला एक पारिस्थितिकी तंत्र बनाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। हम देश भर में ऐसे और अधिक सेवा केंद्रों के माध्यम से अपनी नवोन्मेषी पेशकशों का और अधिक विस्तार करने की उम्मीद करते हैं। वहीं कंपनी ने 23 जनवरी को हैदराबाद में ‘कन्वर्स टू कंस्ट्रक्ट’ शीर्षक से एईसी (आर्किटेक्चर, इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन) विभाग की एक बैठक भी आयोजित की। जिसमें बुनियादी ढांचे, आवास और औद्योगिक क्षेत्रों से सौ से अधिक ग्राहकों और सलाहकारों ने हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में चार्ल्स अर्नल, वरिष्ठ एसोसिएट निदेशक, एसएए आर्किटेक्ट्स और प्रशांत कुमार श्रीराम असिस्टेंट प्रोफेसर जैसे प्रतिष्ठित वक्ता भी शामिल हुए। प्रोफेसर प्रशांत कुमार श्रीराम एनआईसईएमएआर ने दुनिया भर में नवीनतम निर्माण प्रौद्योगिकियों” पर उत्साहवर्धक प्रस्तुतियां दी। पूरी तरह से स्वचालित सेवा केंद्र निर्माण क्षेत्र को आकार देने में सहायक हैं। साथ ही टाटा स्टील को ज्ञान-वर्धन के रूप में स्थापित करते हैं। यह प्रयास पारंपरिक इस्पात उत्पादन से परे जाकर और निर्माण क्षेत्र के लिए एक व्यापक समाधान प्रदाता के रूप में आगे बढ़कर नवाचार और उत्कृष्टता के प्रति टाटा स्टील की प्रतिबद्धता को दोहराता है। कंपनी की योजना 2025 तक देशभर में ऐसे 10 केंद्र खोलने की है।