संजय सागर
बड़कागांव :बड़कागांव के अंबेडकर मोहल्ला में भुइयां समाज द्वारा वीर पूजा का आयोजन किया गया. पूजा पारंपरिक रीति रिवाज से की गई. इस पूजा में दहकते हुए अंगारों पर नंगे पांव चलकर लोगों ने अपनी आस्था व्यक्त किया. इसके बाद पूजा अर्चना किया गया. इसके बाद भूत भरनी की गई. सूअर की बलि दी गई. गुली डंडा का भी खेल किया गया. वीर पूजा में 95 वर्षीय वृद्ध देवल भुइया ने भूत भरनी किया. इन्होंने बताया कि उनके शरीर में 11 प्रकार के देवता प्रवेश हुए थे. भूत भरनी किया. सुरक्षा देने वाले भगवान वीर भी उनके अंदर प्रवेश हुए थे. भगवान वीर देवल भुइयां के शरीर में प्रवेश कर देश दुनिया की सुरक्षा का कामना किया. और साथ ही भक्तों को धन, बल , यश, सुरक्षा के लिए आशीर्वाद दिया .इस पूजा में सूअर की बलि दी गई. मोती भुइया ने बताया कि वीर पूजा हमारे समाज द्वारा पूर्वजों से मनाया जा रहा है .हमारे दादा कहा करते थे कि यह पूजा कई वर्षों से मनाते आ रहे हैं. इसीलिए हम लोग सुरक्षित है. हमारे जाति समाज के लोग जंगल झाड़ पर अपना जीवन यापन के लिए निर्भर हैं . जंगलों से सूखी लकड़ी लाकर बाजारों में उसे बेचा करते हैं. हमारे जाति के लोग जब जंगल जाते हैं , तो उन्हें किसी प्रकार के कोई डर नहीं लगता है. भूत , प्रेत बुरा आत्माओं एवं एवं जंगली जानवरों से बचाया करते हैं . इसीलिए हम लोग वीर पूजा करते हैं. वीर पूजा के लिए भिक्षाटन करते हैं. जिनके नाम पर वीर पूजा के लिए समर्पण रहता है वह भी बीर पूजा करते हैं.