गिरिडीह: जिले के निमियाघाट थाना क्षेत्र में दिगम्बर जैन 20 पंथी कोठी के समीप स्थित श्री कृष्णा बाई उदासीन आश्रम में पार्श्वनाथ भगवान के मंदिर के गेट का ताला तोड़कर शनिवार रात चोरों ने अष्टधातु एवं पीतल की बनी 12 मूर्तियों सहित अन्य सामानों की चोरी कर ली।
रविवार की सुबह जब आश्रम की कुसुम दीदी मंदिर पूजा करने पहुंची तो गेट का ताला टूटा देख समाज के अन्य लोगो को जानकारी दी। सूचना मिलते ही जैन समाज के लोग मंदिर पहुंचे और निमियाघाट पुलिस को चोरी की सूचना दी। सूचना पाते ही निमियाघाट थाना प्रभारी राणा जंग बाहदुर सिंह सदलबल मौके पर पहुंच घटना की जानकारी ली। इसके बाद जैन समाज व स्थानीय लोगों के साथ मंदिर परिसर का निरीक्षण करने लगे। इसी क्रम में सभी 12 मूर्तियां परिसर के भीतर ही एक स्थान पर रखी मिलीं, जिसे पुनः मंदिर में रख दिया गया।हालांकि, मंदिर के गेट का ताला काटते चोरों की तस्वीर सीसीटीवी में कैद हो गयी है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
इस संबंध में जैन समाज के अशोक जैन ने कहा कि मंदिर में अष्टधातु और पीतल से बनी भगवान पार्श्वनाथ, आदिनाथ, शांति नाथ भगवान, महावीर स्वामी एवं 24 तीर्थंकर की छोटी-छोटी मूर्तियां तथा सात अष्ट प्रतिहार मंदिर में रखा गया था, जिसे चोरों ने मंदिर का ताला तोड़कर चुरा लिया था लेकिन खोजबीन के क्रम में मंदिर परिसर में ही सभी मूर्तियां एक स्थान पर मिल गयीं। इसमें सिर्फ सात अष्ट प्रतिहार चोर ले भागे। संभावना जतायी जा रही है कि चोरों ने पीतल की मूर्ति होने की वजह से ही मंदिर परिसर में छोड़ गया।
उदासीन आश्रम की कुसुम दीदी ने कहा कि इन दिनों आश्रम में वह अकेली ही रह रही है। एक गार्ड रहता है जो कल छुट्टी पर था। उन्होंने कहा कि मुख्य गेट सहित तीन दरवाजों के ताले तोड़कर चोर मंदिर के अंदर घुसे। मंदिर परिसर में लगे सीसीटीवी में तीन लोगों को ताला तोड़ते और मंदिर में प्रवेश करते देखा गया है।