रैयत विस्थापित मोर्चा ने रोहिणी प्रबंधन को सौंपा ज्ञापन

Md Mumtaz

खलारी: रैयत विस्थापित मोर्चा रोहिणी शाखा ने रोहिणी परियोजना को एक ज्ञापन सौंपा है।इससे पूर्व रैयत विस्थापित की बैठक हुई ।बैठक के बाद रोहिणी परियोजना पदाधिकारी जेके सिंह को एक ज्ञापन सौंपा गया है। ज्ञापन में रोहिणी करकट्टा ओसीपी परियोजना अन्तर्गत रैयती जमीन पर प्रति एक एकड़ पर नौकरी देने, रोहिणी-करकट्‌टा ओ.सी.पी. परियोजना अन्तर्गत रैयती जमीन का मुआवजा प्रति एकड़ 50 लाख मुआवजा देने।रैयतों को विस्थापन निति के तहत पुर्नबास की व्यवस्था किया जाय एवं सात डीसमील परिवार के हर सदस्य को जमीन के साथ बंदोबस्ती जमाबंदी करने, रैयत ग्रामीणों को रैयत विस्थापित पहचान प्रमाण-पत्र दिया जाए, पुर्नवास स्थल पर रैयतों के लिए सरना स्थल, देवी मंडप, करमा पुजा, सरना, मसना, स्कूल, अस्पताल, खेल मैदान दिया जाय, कोयला खनन करने के बाद उक्त भुमि समतलीकरण कर पुनः वृक्षारोपण करने, आउटसोर्सिंग खनन कम्पनी में रैयत विस्थापित ग्रामीणों को 75 प्रतिशत रोजगार हेतु भागीदारी सुनिश्चित किया जाए। जिन रैयतों ग्रामीणों को कम जमीन के अभाव में जिनको नौकरी नहीं मिल पाया वैसे रैयतों ग्रामीणों को वैकल्पिक रोजगार की व्यवस्या करने, आर एण्ड आर पॉलिसी के तहत विस्तारीकरण में नौकरी एवं मुआवजा रैयत खतियानी ग्रामीण के द्वारा चिन्हीत कर एवं सहमति के बाद ही नौकरी एवं मुआवजा दिया जाए, गैरमजरूआ जमीन के एवज में रैयत ग्रामिणों को रोहिणी परियोजना विस्तारीकरण के दौरान प्रभावित परिवारों को घर का उचित मुआवजा प्रतिव्यक्ति 6 लाख से बढ़ाकर 10 लाख भुगतान करने, साथ ही साथ उन्हें भी पुर्नवास देने, रोहिणी परियोजना के अन्तर्गत मौजा-तुमांग ढुब पेट-पेट के ग्रामिणों का घर सर्वे कर उचित मुआवजा देने, साथ ही पुर्नवास स्थल आरआर साइट को सुनिश्चित करने, परियोजना विस्तारीकरण में कुल अधिगृहित जमीन का नक्शा उपलब्ध कराने की मांग की गई है। ज्ञापन सौपने वाले लोगों में मोर्चा के रोहिणी शाखा अध्यक्ष मुकद्दर कुमार, सचिव अमृत भोगता, लहसन भोगता, शिवनाथ भोगता, लालमणि भोगता, रवि भोगता, रिझु गंझू, छोटन भोगता, मुरारी मेहता आदि शामिल थे

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