Md Mumtaz
खलारी: बिरसा विस्थापित प्रभावित मंच के तत्वाधान में सोमवार को एनके महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष 21 सुत्री मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन दिया। धरना प्रदर्षन की अध्यक्षता बहुरा मुंडा एवं संचालन महेंद्र उराँव, रामेष्वर भोगता ने संयुक्त रूप से किया। वहीं धरना स्थल पर पहुंचने से पहले तुमांग, करकट्टा, नवाडीह सहित विभिन्न गांवों से आए रैयत एवं ग्रामीण धमधमियां स्थित धरती आबा भगवान बिरसा मुण्डा प्रतिमा स्थल के समीप एकत्रित हुए। जहां पर भगवान बिरसा मुंडा का पूजन कर धरना स्थल के लिए पैदल रवाना हुए। इस दौरान सभी लोग अपने हाथों में मांगों संबंधित तख्ती लिए हुए थे। धरना स्थल पर पहुंचने पर सभी एक दिवसीय धरना पर बैठे और 21 सुत्री मांगों और अपने हक अधिकार को लेकर नारे लगाए। इस दौरान वक्ताओं ने अपने-अपने संबोधन में तुमांग, करकट्टा, नवाडीह सहित विभिन्न गांवों के रैयतों और ग्रामीणों की समस्याओं को रखा। वहीं मंच के अध्यख बहुरा मुंडा ने कहा कि रोहिणी करकट्टा ओपन कास्ट परियोजना के विस्तारीकरण के लिए ग्राम तुमांग, करकट्टा और नवाडीह के रैयतों का ग्राम सभा करवाया जा रहा है। हम रैयत देष के विकास के लिए हमेषा अग्रसर है, परंतु मानव जीवन जीने के लिए हमारे भी कुछ मौलिक अधिकार है जिसकों लेकर मंच के तत्वाधान में रैयतों और ग्रामीणों ने सीसीएल प्रबंधन के समक्ष 21 सुत्री मांगों को रखा है। मंच के 21 सुत्री मांगों में रोहिणी करकट्टा ओपेन कास्ट के 863.29 हेक्टेयर भूमि क्षेत्र का सिमांकन कर पिलरिंग करने, ओपेन कास्ट विस्तारीकरण में कुल रैयतवार रैयती, गैरमजरूआ एवं वन भूमि को बताया जाने, पूर्व में रोहिणी केडीएच से विस्थापित को बिरसा नगर धमधमियों में बसाया गया है उनको पुनः पुर्नवासित किया जायगा या नहीं, दुब बस्ती में 32 वर्षो से रह रहे हैं उनको पुनर्वास का लाभ का क्या प्रवधान हैं सहित अन्य मांगे षामिल है। धरना के अंत में मंच की ओर से एनके महाप्रबंधक के नाम 21 सुत्री मांग पत्र एसओपी ज्योति कुमार को सौंपा गया। एकदिवसीय धरना प्रदर्शन में उमेश लोहरा, सूरज लोहरा, सुनिल भोगता, ध्वजा राम धोबी,जगलाल भोगता,बालेश्वर उराव, सुनिल भोगता, राजु लोहार, विगन उरांव, उपमुखिया तुमांग, कोलेष्वर मुंडा, पंकज मुंडा, किशुन मुंडा, शत्रुधन मुंडा, लालू मुंडा, प्रसाद मुंडा, मेहा मुंडा, मनकु मुंडा, दारा लोहरा राजेश गंझू, अनिल राम, छोटू राम, राजकुमार लोहरा, राजकुमार भोगता, विफा भोगता, विजय भोगता, मनोज भोगता, गोपाल मुंडा, रेणु देवी, शुक्ररमणी देवी, एतवरिया देती, शांती देवी, सुमनती देवी, सुशीला देवी, मंजीता देवी, सुजन्ती देवी,सीता देवी, सरस्वती देवी, बुधनी देवी, सबूरी देवी, बाजो देवी, पुसन भोगता, सबीता देवी, चंपा देवी, सुगिया देवी पूजा देवी सबीता देवी सहित ढूब,पेट पेट, बिरसा नगर, खिलावन धौडा, करकट्टा बस्ती, अगरवा, न्यू मुंडा टोली से आए सैकड़ों रैयत एवं ग्रामीण षामिल हुए।