Md Mumtaz
खलारी: ब्रह्माकुमारी गीता पाठशाला डकरा सुभाष नगर में बुधवार को आध्यात्मिक संगठन ब्रह्माकुमारी संस्था की तीसरी मुख्य प्रशासिका और स्वच्छ भारत मिशन की ब्रांड एंबेसेडर राजयोगिनी दादी जानकी की चतुर्थ पुण्यस्मृति दिवस मनाई गई। ब्रह्माकुमारी गीता पाठशाला की नियमित बीके प्रीति बहन ने श्रद्धेय दादी जी के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की इसके साथ ही कार्यक्रम में मौजूद समस्त बीके भाई-बहनों सहित अन्य लोगों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। बीके प्रीति बहन ने बताया की दादीजी की पुण्य तिथि 27 मार्च को सारे विश्व में वैश्विक आध्यात्मिक जागृति दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। दादी जानकी लगभग 104 वर्ष की आयु तक 140 देशो में यात्रा कर लाखो आत्माओं के जीवन में आध्यात्मिकता का प्रकाश फैलाने वाली संसार की सबसे स्थितप्रज्ञ राजयोगिनी रही। उन्होंने कहा कि दादी जी का जीवन समाज की सेवा में समर्पित था। वे साक्षात योग की जीती जागती मिसाल थी। वक्ताओ में बीके गीता पाठशाला की अनिता बहन एवं प्रेमचंद भाई ने बताया कि दादी जी एक आध्यात्मिक लीडर के रूप में ईश्वरीय ज्ञान और राजयोग को विश्व के अनेकानेक देशों में फैलाने की सशक्त माध्यम बनी। बताया कि राजयोगिनी दादी जानकी को मोस्ट स्टेबल माइंड इन वर्ल्ड का खिताब मिलने, माउंट आबू में दादीजी की यादगार शक्ति स्तंभ बनाने, दादीजी के द्वारा सदा ही पत्रकारिता में मूल्यों को अपनाने की प्रेरणा देने एवं भारत सरकार द्वारा राजयोगिनी दादी जानकी के सम्मान में उनका डाक टिकट जारी करने जैसे अनेकों उपलब्धियों को विस्तार से बताया। वही बिनोद भाई, परि बहन एवं आंशिक बहन ने दादी जी के याद में मनमोहन गीत गाकर सुनाया।