जमशेदपुर : महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) मेडिकल कालेज अस्पताल के चिकित्सकों ने एक मिसाल कायम की है और जिसकी सराहना हर तरफ हो रही है। बताते चलें कि सोमवार की सुबह लगभग 4 बजे चाईबासा से एक मरीज अपना गला काटकर एमजीएम अस्पताल पहुंचा था। इस दौरान मरीज की स्थिति काफी गंभीर थी। साथ ही उसके गले से लगातार खून भी बह रहा है। इसपर चिकित्सकों ने बताया कि उसकी सांस की नली कट गई है। जिससे मरीज की जान को खतरा है। जिसे देखते हुए ईएनटी विभागाध्यक्ष डॉ संजय कुमार को सूचित किया गया। वहीं उन्होंने तत्काल इसकी जानकारी डॉ रोहित झा और डॉ भीमसेन हांसदा को दी। जानकारी पाकर आधे घंटे के अंदर इएनटी विभाग के विशेषज्ञ चिकित्सक पहुंचे और सुबह साढ़े चार बजे आपरेशन थियेटर खोला गया। जिसके बाद मरीज का आपरेशन तत्काल शुरू कर उसकी जान बचाई गई। वहीं आपरेशन करीब डेढ़ घंटे तक चला। चिकित्सकों की सक्रियता व उनकी भावना देखकर सोमवार को हर कोई उनकी प्रशंसा कर रहा था। इस संबंध में डॉ रोहित झा ने बताया कि जैसे ही पता चला कि मरीज की सांस की नली कट गई है, सभी भागते-भागते अस्पताल पहुंचे। इस दौरान मरीज की स्थिति से उनके स्वजनों को अवगत कराया गया और बिना देरी किए आपरेशन किया गया। चूंकि सांस की नली कटने से उसे सांस लेने में परेशानी तो हो ही रही थी।
साथ ही खून लंग्स में भी जाने का खतरा बना हुआ था। ऐसी स्थिति में मरीज की जान भी जा सकती थी। मरीज की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण वह दूसरे अस्पतालों में इलाज कराने की स्थिति में नहीं था।