पप्पू कुमार चंद्रवंशी
मेदिनीनगर: शहर में ऑटो चालकों की मनमानी के कारण आये दिन जगह-जगह सड़कें जाम हो रही हैं।जिससे यात्रियों के साथ-साथ आम जनों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।वही सड़क हादसे भी बढ़ रहे हैं.पलामू में परमिट वाले ऑटो से ज्यादा बगैर परमिट वाले ऑटो चलते हैं. जबकि झारखंड हाईकोर्ट का सख्त आदेश है कि शहर हो या गांव परमिट वाले ऑटो को ही चलने दिया जाए। इसके बावजूद मेदिनीनगर शहर में धड़ल्ले से बगैर परमिट वाले ऑटो दौड़ रहे हैं. वहीं पुलिस-प्रशासन ने भी इसे लेकर अपनी आंखे बंद कर रखी है. उनके द्वारा किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जा रही है।शहर में लगभग ऑटो का परमिट और ऑटो चालकों के पास ड्राइविंग लाइसेंस नही है। सख्त कार्यवाई नहीं होने के कारण बिना लाइसेंस और परमिट के ऑटो सड़क पर सरपट घूम रहे हैं, जिस कारण शहर में ऑटो की संख्या बहुत ज्यादा बढ़ गई है. जरूरत से ज्यादा ऑटो होने के कारण शहर में हर जगह जाम की समस्या उत्पन्न हो रही है. इसके अलावा यात्री भी रास्ते में ही ऑटो को हाथ दिखा कर रोक देते हैं. वहीं दूसरी ओर ऑटो चालकों का कहना है कि उनके लिए स्टैंड तो बना हैं. लेकिंग वहां लोकल पैसेंजर नही रहते है. ऐसे में उन्हें यात्री बैठाने के लिए मजबूरन जहां-तहां ऑटो रोकना पड़ता है। बताते चलें कि शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में ऑटोरिक्शा चालकों की मनमानी बाधा बन गयी है. ट्रैफिक पुलिस के द्वारा इन ऑटो चालकों पर सही तरीके से कार्रवाई नहीं की जा रही है ।अपनी मर्जी के मुताबिक ऑटो चालक कहीं भी पैसेंजर को बैठाने के लिए ऑटो रोक देते हैं. ऐसा लगता है कि इन मामलों में ट्रैफिक पुलिस और प्रशासन ने अपनी आंखे बंद कर रखी है।छह मुहान चौक पर एक पुलिस कर्मी ने बताया कि ऑटो चालकों की मनमानी पर प्रशासन की ओर से कोई सख्त कार्रवाई अभी तक नहीं हुई है और ना ही कोई सख्त कानून बना है. जिसकी वजह से मौके पर मौजूद ट्रैफिक पुलिस और पुलिसकर्मी भी कुछ नहीं कर पाते हैं. ऑटो चालकों को रूट पास और परमिट निर्धारित किया गया है फिर भी कुछ ऑटो चालक अवैध रूप से ऑटो चला रहे हैं।
क्या कहते हैं ट्रैफिक प्रभारी
इस संबंध में पूछे जाने पर ट्रैफिक प्रभारी समाल अहमद ने बताया की बिना परमिट वाले ऑटो के लिए समय-समय पर चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है , फिर भी अगर ऐसे ऑटो चल रही है तो निश्चित रूप से कार्रवाई करेंगे।