बड़कागांव के मतदाताओं ने कहा प्रदूषण बने चुनावी मुद्दा 

संजय सागर

बड़कागांव: हजारीबाग लोकसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी में बढ़ गई है. मतदाता भी चौक चौराहा में राजनीतिक चर्चा करने लगे हैं. बड़कागांव में 10 वर्षों से प्रदूषण अधिक बढ़ गया है. यहां के मतदाताओं का कहना है कि जब से इस क्षेत्र में कोयलावरी खुली है. बालू का खनन तेज हुई है. तब से प्रदूषण बढ़ी है. यहां की मतदाताओं के अनुसार प्रदूषण भी चुनावी मुद्दा बनना चाहिए. पंकज कुमार सोनी उर्फ टीपू सोनी का कहना है कि क्षेत्र में प्रदूषण इतना बढ़ गया है दुकान मैं बैठना कि मुश्किल हो गया है. मास्क लगाकर बैठना पड़ता है. राजनीतिक दलों को प्रदूषण का मुद्दा बनाना चाहिए. वीरेंद्र कुमार सोनी पूर्व बीरू का कहना है कि एनटीपीसी के द्वारा पहले सड़को में पानी का छिड़काव हुआ करता था. अब पानी का छिड़काव नहीं होती है. सड़कों में धूल गर्दा दिनभर उड़ता रहता है. इस कारण प्रदूषण बढ़ी है. अस्थमा रोग ग्रसित होने लगे हैं. पंकज ठाकुर का कहना है कि प्रदूषण से बीमारियों का सामना करना पड़ रहा है. नियंत्रण करने के लिए प्रदूषण का कार्यालय खुलने चाहिए एवं इसका चुनाव मुद्दा बना चाहिए. कोहिनूर ड्रेसेस के मोहम्मद गालिब का कहना है कि प्रदूषण बढ़ने से दुकान में प्लास्टिक लगाना पड़ रहा है. कपड़ा गंदा हो जाता है. इसलिए चुनावी मुद्दा बना आवश्यक है. आनंद राज का कहना है कि प्रदूषण से अस्थमा रोग टीवी रोग की संख्या बढ़ी है. पहले ज्यादा सर्दी खांसी नहीं हुआ करता था, अब सर्दी खांसी के मरीज बढ़ी है. इसलिए प्रदूषण से मुक्ति पाने के लिए प्रदूषण चुनावी मुद्दा बना आवश्यक है. पत्रकार नरेश कुमार का कहना है कि प्रदूषण के कारण पूरा वातावरण प्रभावित है. जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण, एवं ध्वनि प्रदूषण तीनों बड़कागांव में बढ़ी है .और इस पर शासन प्रशासन का नियंत्रण नहीं है . इसलिए चुनावी मुद्दा बना आवश्यक है.

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