जानवरों को अपने घर में बांधकर रखना पड़ा महंगा
संजय सागर
बड़कागांव : बड़कागांव प्रखंड के ग्राम महटीकरा के गोवर्धन महतो को मकई, बोदी , झींगी परोर का फसल का उत्पादन करना पड़ा महंगा. हुआ यूं कि गोवर्धन महतो का खेत जमीनी डीह रोड में मकई के खेत है. मकई के फसल में दाना लग रहे थे. बोदी, झिंगी परोर तैयार हो गया था.लेकिन दो कट्ठा मकई खेत , एक कट्ठा में बोदी, झींगी परोर 13 काड़ा , भैंस व कडरू मकई के फसल खा गए. जिससे ₹20000 का नुकसान हो गया और अब उल्टे उन्हीं काड़ा व भैंसों को पालन पोषण करने की सजा गोवर्धन महतो को मिल रही है. गोवर्धन महतो ने बताया कि 26 में को जब मैं अपना खेत 4:00 बजे सुबह देखने के लिए गया तो, 13 काड़ा फसल को नष्ट कर दिया. इन जानवरों को गोवर्धन महतो अपने घर ले आए. ताकि मालिक जब इन जानवरों को लेने पहुंचेंगे तो उनसे चट कर गए फसल का हर्जाना ले सके. लेकिन आज तक इन जानवरों का मालिक नहीं आया है. इन जानवरों के मालिक तक खबर पहुंचाने के लिए गोवर्धन महतो ने फेसबुक, व्हाट्सएप आदि सोशल मीडिया में सूचना दिया . इसके बावजूद भी इन जानवरों के मालिक का कोई आता-पता नहीं चल पा रहा है. गोवर्धन महतो ने बताया कि काड़ा दो, भैंस 5 एवं कडरु है . गोवर्धन महतो ने यह भी बताया कि जानवरों को खिलाने पिलाने में मेरा ही उल्टा खर्च हो रहा है .अब इन जानवरों को पालन पोषण करने में मैं असमर्थ हूं लेकिन इन जानवरों को बिना मालिक का कैसे भगा दूं.