टंडवा: बिजली और नो इंट्री के सवाल पर पिछले 96 घंटे से भाजपाइयो के आंदोलन से एनटीपीसी के खनन, प्लांट और सीसीएल के मगध व आम्रपाली मे हडकंप मचा हुआ है। मंगलवार को चौथे दिन भी विधायक किशुन कुमार दास और भाजपा जिलाध्यक्ष रामदेव सिंह भोक्ता समेत भाजपाई सेना न तो एनटीपीसी के पावर प्लांट मे कोयला जाने दे रहे है और न ही एनटीपीसी के चट्टीबारियातू व केरेडारी माइंस का कोयला सडको के माध्यम से डिस्पैच होने दे रहे है। इतना ही नही सीसीएल के मगध आम्रपाली से कोल डिस्पैच बाधित है। इससे एनटीपीसी और सीसीएल प्रबंधन के माथे पर पसीना टपकने लगा है। जानकारो की माने तो विधायक किशुन दास के बीते 57 माह के सफर मे भाजपा ने कभी सडको पर संग्राम नही मचाया था। लिहाजा प्रबंधन गहरी नींद मे था। परन्तु नये सांसद कालीचरण सिंह के आते ही उपरोक्त मांगो को लेकर विधायक आंदोलन मे कूद गये जिसका हर वर्ग समर्थन कर रहा है। अबतक 3600 ट्रक और हाइवा से कोयला एनटीपीसी पावर प्लांट को नही मिल पाया । जबकि 11 दिन स्टाक शेष बचा है।हर दिन प्लांट चलाने के लिये लगभग 20 हजार टन कोयले की आवश्यकता है।जबकि ऐश पॉन्ड प्लांट से नही निकल पा रहा है। वही चुन्दरू रोड मे रात भर भाजपाइयो के पहरेदारी से सीसीएल और एनटीपीसी खनन का कोयला डिस्पैच नही हो पाया। सुत्रो की माने तो बुधवार को चतरा प्रशासन विधायक और भाजपाइयो के साथ टंडवा मे वार्ता हो सकती है जिसमे एनटीपीसी, डीवीसी और बिजली विभाग के अधिकारी भी शामिल रह सकते है। जानकारो की माने तो एनटीपीसी के अधिकारी चतरा डीसी से मिलकर इस समस्या के समाधान के कुछ उपाय भी गिनाया है। इधर भाजपा विधायक किसुन दास ने शासन और प्रबंधन को साफ कहा है कि 2300 एकड जमीन देने वाले टंडवा के रैयत बिजली के लिये तडपे और प्लांट परिसर 24 घंटा रोशन रहे यह बर्दाश्त नही होगा। टंडवा की जनता फ्री मे बिजली नही मांग रही है जीरो कट बिजली दो और सरकार बिल ले। इधर भाजपा जिला अध्यक्ष रामदेव सिंह भोक्ता ने अपने संबोधन मे कहा है कोल वाहनो के आतंक से अबतक 1500 लोगो की मौत नही बल्कि उनकी हत्या हुई है। लिहाजा कोल वाहनो पर नो इंट्री नही लगती है तबतक भाजपा का आंदोलन जारी रहेगा। इस धरना मे ईटखोरी, टंडवा, चतरा और मयूरहंड के भाजपाईयो ने झारखंड सरकार के खिलाफ जमकर जहर उगला। फोटो धरना मे शामिल विधायक समेत अन्य
कोल डिस्पैच नही होने सीएचपी समेत कटकमसांडी साइडिंग हुआ प्रभावित
एनटीपीसी खनन और सीसीएल के आम्रपाली से रोड के माध्यम से कोल डिस्पैच नही होने से अबतक दोनो को करोडो का नुकसान उठाना पडा है। कटकमसांडी रेलवे साइडिंग मे एनटीपीसी खनन का कोयला नही जा पा रहा है तो सीसीएल का कोयला पिपरवार सीएचपी और फुलबसिया साइडिंग नही जा पा रहा है। अबतक 125 लाख टन कोयले की बिक्री नही हो पायी।
बिजली आंदोलन झांकी है अभी तो सीसीएल बाकी है: विधायक
सिमरिया विधायक किशुन कुमार दास ने अपने संबोधन मे कहा है कि बिजली आंदोलन तो एक झांकी है अभी तो सीसीएल के मगध आम्रपाली, पिपरवार और पूर्णाडीह कोल परियोजना के खिलाफ संग्राम बाकी है। विधायक ने कहा है जमीन के बदले नौकरी मुआवजा को लेकर जंग करने की रणनीति स्थानीय रैयत और विस्थापितो के साथ बनायी जायेगी।