गढ़वा: मेराल एन एच 75 पर बन रहे फ्लाईओवर के पिलर नंबर एक के पास गुरुवार के शाम अपराधियों द्वारा किए गए फायरिंग की घटना में कंपनी के एक इंजीनियर सेमत प्रमुख कामगार ही टारगेट पर थे। क्योंकि अपराधियों ने जो चार राउंड फायरिंग किया, सभी फायरिंग कामगारों को टारगेट कर ही किया गया था। रात्रि के अंधेरे एवं किस्मत ठीक था जो कामगार बाल बाल बच गए।इधर इस मामले में एन एच 75 का निर्माण कार्य कर रहे एमजी सीपीएल के एडमिन ऑफिसर जफर हसन ने तीन अज्ञात लोगों के खिलाफ मेराल थाने में प्राथमिक की दर्ज कराई है।जफर हसन द्वारा प्राथमिकी के लिए दिए गए आवेदन के अनुसार शुक्रवार के शाम करीब 7:00 बजे तीन अज्ञात अपराधियों द्वारा फ्लाई ओवर के पिलर नंबर एक के पास रुक कर निर्माण कार्य में लगे लोगों को निशाना बनाते हुए तीन चार फायर किया गया। अपराधियों द्वारा किए गए फायर की घटना में एक गोली कंटेनर ऑफिस को छेदते हुए बाहर निकल गई जब कि एक इंजीनियर बाल बाल बच गए। एडमिन हसन ने बताया कि गोलीबारी की घटना से कंपनी में कार्यरत कर्मियों में दहशत व्याप्त है।एमजी कंस्ट्रक्शन के एडमिन अफसर जफर हसन ने पुलिस प्रशासन से उक्त मामले में शीघ्र कार्रवाई करते हुए अपराधियों को पकड़ने की गुहार लगाया है। गुरुवार के हुई घटना में एमजी कंस्ट्रक्शन के लोगों द्वारा घटना की सूचना पुलिस को तुरंत दी गई सूचना के बाद थाना प्रभारी विष्णु कांत सहित पुलिस के जवान तुरंत हरकत में आए लेकिन घटना को अंजाम देने वाले अपराधी मौकाए वारदात से भागने में सफल रहे। जिस वक्त गोलीबारी की घटना हुई उस वक्त एक संदिग्ध व्यक्ति को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया था। लोगों को लगा कि फायरिंग करने वाला ही अपराधी पकड़ा गया है और यह चर्चा लोगों में तेजी से पूरे मेराल में फैल गई। इस संबंध में पूछे जाने पर थाना प्रभारी विष्णुकांत ने स्पष्ट किया कि शुक्रवार के शाम जो व्यक्ति पुलिस के हिरासत में था वह गोलीबारी की घटना में शामिल नहीं था। पुलिस द्वारा घटना में शामिल अपराधियों को पकड़ने के लिए सघन अभियान चलाया जा रहा है लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।गौरतलब हो कि शुक्रवार के गोलीबारी की घटना की सूचना मिलने के बाद एसपी दीपक कुमार पांडे तथा डीएसपी मुख्यालय घटनास्थल पर पहुंचे गए थे। एसपी ने मामले की गहनता से छानबीन करने के बाद थाना प्रभारी को अपराधियों को पकड़ने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिया।