जमशेदपुर : डीसी अनन्य मित्तल की अध्यक्षता में शुक्रवार को प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजनांतर्गत लाभुकों के चयन के लिए जिला स्तरीय समिति की बैठक आयोजित की गई। जिसमें केन्द्र द्वारा प्रायोजित इस योजना में वित्तीय वर्ष 2022-23 एवं 2023-24 के लाभुकों द्वारा किए गए कार्य प्रगति की समीक्षा की गई। वहीं समीक्षा के क्रम में पाया गया कि समाचार पत्रों में बार-बार विज्ञापन प्रकाशित कराने एवं विभिन्न माध्यमों से प्रचार-प्रसार के बाद भी तथा लाभुकों द्वारा लिखित रूप से योजना पूर्ण करने में असहमति व्यक्त करने पर 5 नए लाभुक को योजना से आच्छादित किए जाने का निर्देश दिया गया। 5 लाभुकों में गुड़ाबांदा और जमशेदपुर के दो लाभुक एवं घाटशिला के एक लाभुक शामिल हैं। इस दौरान जिला मत्स्य पदाधिकारी ने समिति के समक्ष बताया कि प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2022-23 में 2 हे. ग्रो-आउट तालाब, 2 हे. इनपुट फॉर फिश वाटर एवं 2 टन प्रतिदिन उत्पादन क्षमता वाले मिनी फीड मिल का प्राप्त लक्ष्य के विरूद्ध 0.50 हे. ग्रो-आउट तालाब एवं 0.50 हे. का लक्ष्य पूरा किया गया है। उक्त स्वीकृत योजना अन्तर्गत शेष 1.50 हे० ग्रो-आउट तालाब, 1.50 हे० इनपुट फॉर फिश वाटर एवं 2 टन प्रतिदिन उत्पादन क्षमता वाले मिनी फीड मिल को लेकर राज्य सरकार/केन्द्र सरकार को प्रत्यार्पित किये जाने से पूर्व पुन: योग्य लाभुकों से आवेदन प्राप्त करने के लिए विज्ञापन प्रकाशित कराते हुए समय दिया जाए। जिसके बाद आगे इसपर विचार किया जाएगा। बैठक में जिला मत्स्य पदाधिकारी अल्का पन्ना, जिला कृषि पदाधिकारी दीपक कुमार, मत्स्य प्रसार पदाधिकारी समेत अन्य भी मौजूद थे।