कारवाई के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को सौंपा अभ्यावेदन
जमशेदपुर : विधायक सरयू राय ने स्वास्थ्य विभाग और स्वास्थ्य मंत्री पर गंभीर घोटाला करने का आरोप लगाया है। साथ ही इस संबंध में राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक अभ्यावेदन भी सौंपा है। जिसमें उन्होंने स्वास्थ्य विभाग में मंत्रिपरिषद के निर्णय के अनुसार चयनित मानव बल आपूर्ति करने वाले आउटसोर्सिंग एजेंसियों का इम्पैनल्ड रद्द करने का आदेश दिया है। और तो और एक माह के भीतर नये सिरे से आउटसोर्सिंग एजेंसी का चयन करने के लिए अस्पतालों के अधीक्षक और जिला के सिविल सर्जनों को निर्देश भी दिया है। वहीं आउटसोर्सिंग एजेंसी का चयन ‘‘झारखण्ड मेडिकल एंड हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट एंड प्रोक्योरमेंट कॉरपोरेशन लिमिटेड द्वारा प्रकाशित निविदा के आधार पर हुआ था। मगर स्वास्थ्य मंत्री के प्रभाव में विभाग ने एक साल तक इसके साथ एकरारनामा नहीं किया और पूर्व से चल रही व्यवस्था को ही लागू रहने दिया। अब इनका इम्पैनल्ड रद्द कर ये चाहते हैं कि पूर्व की भांति ही आउट सोर्सिंग एजेंसी द्वारा मानव बल उपलब्ध कराने का काम चलता रहे। आश्चर्य है कि मंत्रिपरिषद द्वारा पारित संकल्प के आधार पर “जेएमएचआईडीपीसीएल” द्वारा प्रकाशित निविदा द्वारा चयनित आउटसोर्सिंग कम्पनी का पैनल मंत्री ने स्वयं रद्द कर दिया। साथ ही मंत्रिपरिषद को सूचित किए बिना ही अपने स्तर पर उन्होंने विज्ञापन निकालकर एजेंसी नियुक्त करने का निर्देश सिविल सर्जन और अस्पताल के अधीक्षकों को दिया। स्वास्थ्य मंत्री जानते हैं कि एक माह के भीतर निविदा निष्पादन संभव नहीं है। क्योंकि एक माह के भीतर चुनाव की घोषणा हो जाएगी और आदर्श आचार संहिता लग जाएगी। प्रकांतर से पूर्व से चल रही इस व्यवस्था को ही कायम रखने की साजिश स्वास्थ्य मंत्री कर रहे हैं। वस्तुतः यह बहुत बड़ा घोटाला है और जिसकी जांच मुख्यमंत्री कराये और अनियमिता होने से रोके।