जमशेदपुर : बिस्टुपुर स्थित टाटा मेन हॉस्पिटल के मनोचिकित्सा विभाग ने मणिपाल टाटा मेडिकल कॉलेज के सहयोग से मंगलवार विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस मनाया। जिसका उद्देश्य जागरूकता बढ़ाना और मानसिक स्वास्थ्य को प्रोत्साहित करना था। इस दौरान आकर्षण का मुख्य केंद्र एक गेस्ट लेक्चर था। जिसका शीर्षक “आत्महत्या पर परिदृश्य को बदलना,” था। जिसे डॉ वरुण मेहता, सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ साइकेट्री, रांची के मनोचिकित्सा के प्रोफेसर ने प्रस्तुत किया। जिसमें डॉक्टरों, नर्सों, मेडिकल छात्रों और टाटा स्टील के कर्मचारियों समेत अन्य दर्शकों ने भाग लिया। इस अवसर पर चाणक्य चौधरी वाइस प्रेसिडेंट कॉरपोरेट सर्विसेज टाटा स्टील ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत कर तनाव से निपटने में कार्य-जीवन संतुलन और समय प्रबंधन के महत्व पर जोर भी दिया। साथ ही टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव कुमार चौधरी ने विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम की शोभा बढ़ाते हुए तनावपूर्ण परिस्थितियों से जूझ रहे किसी व्यक्ति का समर्थन करने में परिवार की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। विश्व आत्महत्या रोकथाम दिवस के अवसर पर आयोजित मुख्य कार्यक्रम से पहले पूरे सप्ताह के दौरान कई पहल आयोजित की गईं। जैसे 6 सितंबर को टाटा स्टील के ट्रांसपर्सन कर्मचारियों के लिए “भावनात्मक स्वास्थ्य” पर एक सत्र शामिल था। जिसमें 70 ट्रांसपर्सन ने भाग लिया था और 8 सितंबर को “किशोरों की भावनात्मक सुरक्षा” पर माता-पिता के लिए एक सत्र आयोजित किया गया था। जिसमें 130 अभिभावकों ने भाग लिया। इस कार्यक्रम में 8 से 12 वीं कक्षा तक के स्कूली छात्रों के लिए पोस्टर व निबंध लेखन प्रतियोगिताओं और एमबीबीएस और नर्सिंग छात्रों के लिए पोस्टर व रील-मेकिंग प्रतियोगिताओं के विजेताओं के लिए पुरस्कार वितरण समारोह भी शामिल था। जमशेदपुर के 30 से अधिक स्कूलों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में भाग लिया। कार्यक्रम का समापन एमबीबीएस छात्रों द्वारा एक नाटक की प्रस्तुति के साथ हुआ। कार्यक्रम का संचालन डॉ मनोज कुमार साहू टीएमएच के साइकेट्री विभाग के हेड ने किया। मौके पर डॉ सुधीर राय जेनरल मैनेजर, मेडिकल सर्विसेज, टाटा स्टील, डॉ जी प्रदीप कुमार, एमटीएमसी के डीन, डॉ ममता रथ दत्ता, चीफ कंसल्टेंट और हेड ऑफ डिपार्टमेंट, मेडिकल सपोर्ट सर्विसेज और टीडब्ल्यूयू के उपाध्यक्ष शैलेश कुमार सिंह समेत अन्य भी मौजूद थे।