स्वास्थ्य मंत्री ने डिमना में बन रहे एमजीएम अस्पताल का किया निरीक्षण
जमशेदपुर : स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने मानगो डिमना में बन रहें एमजीएम अस्पताल का निरीक्षण कर व्यवस्था का जायजा लिया। उनके साथ डीसी अनन्य मित्तल और सीविल सर्जन डॉ साहिर पाल भी उपस्थित रहें। इस दौरान मंत्री ने सभी चीजों का बारीकी से निरीक्षण करते हुए बाधा में आ रही कठिनाई को दूर करने का निर्देश भी डीसी को दिया। वहीं निरीक्षण के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि अक्टूबर माह से एमजीएम अस्पताल में ओपीडी सेवा शुरू हो जाएगी। साथ ही मरीजों को इसका लाभ मिलना भी शुरू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि बिजली और पानी की समस्या को दूर करने का निर्देश डीसी को दिया गया है। साथ ही 5 करोड़ रूपए का अनकेटेगरी फंड भी अस्पताल को दिया गया है। जिससे जरूरत के संसाधनों का उपयोग इस फंड के तहत किया जा सकेगा।उन्होंने कहा कि अपने शासनकाल में भाजपा ने कभी एमजीएम अस्पताल की सुधी नहीं ली। लेकिन आज सवाल उठा रहें है और जो हास्यास्पद हैं। उन्होंने बताया कि नए एमजीएम अस्पताल में ओपीडी सेवा शुरू की जाएगी। जिसमें बेहतर चिकित्सक अपनी सेवा देंगे। साथ ही 100 बेड का सीसीयू, कैथ लैब, आधुनिक मोर्चरी समेत 731 बेड का आधुनिक सुविधाओं के साथ बनने वाले अस्पताल में 131 बेड आईसीयू के होंगे। इसी तरह साकची स्थित एमजीएम अस्पताल में भी 500 बेड का नया अस्पताल बनने का कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा हैं। पुरानी बिल्डिंग में बना अस्पताल उस समय के जरूरत के हिसाब से बना था। लेकिन अब क्षमता बढ़ाने की जरूरत हैं। संसाधन और आबादी के हिसाब से नए भवन का निर्माण जल्द पूरा हो जाएगा। जिससे मरीजों को बेड ना मिलने जैसी समस्या दूर हो जाएगी और विरोधियों का मुंह बंद हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि डिमना स्थित नए एमजीएम अस्पताल परिसर में ही 100 बेड के सीसीयू केयर यूनिट के कार्य की शुरुआत भी कुछ दिनों में हो जाएगी। वहीं मंत्री बन्ना गुप्ता ने विरोधियों पर प्रहार करते हुए कहा कि मानगो की जनता की दो प्रमुख समस्या थी एक बेहतर अस्पताल और दूसरा सड़क जाम, मैंने दोनों समस्याओं के लिए कार्य योजना बनाई और एक तरफ एमजीएम अस्पताल बनकर तैयार हैं तो दूसरी तरफ मानगो फ्लाइओवर निर्माण कार्य प्रगति पर हैं। अब विरोधियों के पास कुछ नहीं हैं तो अर्नगल बयान देकर मीडिया की सुर्खियों में बने रहना चाहते हैं। बेहतर होता कि भाजपा वाले अपने शासनकाल की समीक्षा करते की उन्होंने एमजीएम अस्पताल में सुधार के लिए क्या किया?