दिव्यांगजनों के समावेशन और बेहतर भविष्य की दिशा में पहल
जमशेदपुर : टाटा स्टील फाउंडेशन ने जयपुर फुट ऑर्गनाइजेशन के सहयोग से सुकिंदा स्थित सबल सेंटर में तीन दिवसीय कृत्रिम अंग वितरण शिविर का सफल आयोजन किया। यह शिविर सबल पहल के तहत आयोजित किया गया। जिसका उद्देश्य दिव्यांगजनों के लिए समावेश और पहुंच सुनिश्चित करना है। अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के अवसर पर आयोजित इस कार्यक्रम में सुकिंदा, बामनीपाल, कलिंगानगर और मेरामंडली क्षेत्रों के 38 लाभार्थियों को कृत्रिम अंग प्रदान किए गए।आयोजित वितरण समारोह में टाटा स्टील के फेरो अलॉयज और मिनरल्स डिवीजन (एफएएमडी) के एग्जीक्यूटिव-इन-चार्ज, पंकज सतीजा मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कहा कि यह पहल एक समावेशी समाज की दिशा में हमारा छोटा सा प्रयास है। जहां दिव्यांगजन स्वतंत्र और सार्थक जीवन जीने के लिए सशक्त हों। हम हमेशा आत्मविश्वास और गरिमा से भरे चेहरों पर मुस्कान लाने और इस दुनिया को और सुंदर बनाने में योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि यह पहल हमारी ओर से एक छोटा सा कदम है और जो एक ऐसे समावेशी समाज के निर्माण की दिशा में है। जहां दिव्यांगजन स्वतंत्र और सार्थक जीवन जीने के लिए सशक्त हो सकें। यह केवल गतिशीलता प्रदान करने तक सीमित नहीं है। बल्कि आत्मविश्वास और गरिमा को पुनः स्थापित करने का प्रयास है। जिससे वे अपने समुदायों में होने वाली सभी गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग ले सकें। शिविर की शुरुआत जयपुर फुट टीम द्वारा सटीक माप और फिटिंग के साथ की गई। ताकि प्रत्येक कृत्रिम अंग उसके प्राप्तकर्ता की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा कर सके। 1968 में भारत में विकसित जयपुर फुट एक कम लागत वाली, रबड़ आधारित कृत्रिम अंग है और जो अपने लचीलापन और किफायती कीमत के लिए प्रसिद्ध है। जिससे उपयोगकर्ता आसानी से विभिन्न दैनिक गतिविधियों को कर सकते हैं। वहीं सुकिंदा स्थित सबल सेंटर में आयोजित वितरण समारोह दिव्यांगजनों के लिए गतिशीलता और स्वतंत्रता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। विशेष रूप से ग्रामीण और आदिवासी समुदायों के लिए। यह पहल टाटा स्टील फाउंडेशन की उस प्रतिबद्धता को उजागर करती है और जो समावेशी समाज के निर्माण में विश्वास रखती है। जहां हर व्यक्ति को अपनी पूरी क्षमता के साथ आगे बढ़ने और आत्मनिर्भर बनने का समान अवसर प्राप्त हो। टाटा स्टील फाउंडेशन और जयपुर फुट ऑर्गनाइजेशन का सहयोग असहाय समुदायों को सशक्त बनाने और समाज में सार्थक परिवर्तन लाने की प्रतिबद्धता का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।