काहिरा : लीबिया की प्रतिद्वंद्वी सरकारों में से एक के प्रमुख ने सोमवार को कहा कि उत्तरी अफ्रीकी देश के पूर्वी हिस्सों में आई बाढ़ के कारण दो हजार लोगों की मौत की आशंका है। ‘अल-मसर’ टेलीविजन स्टेशन को फोन पर दिये साक्षात्कार में प्रधानमंत्री ओसामा हमाद ने कहा कि पूर्वी शहर डर्ना में दो हजार लोगों के मरने की आशंका है और हजारों अन्य लापता बताए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री ने सोमवार को तीन दिन के शोक की घोषणा करते हुए देशभर में राष्ट्रीय ध्वज को आधा झुकाने का आदेश दिया। उन्होंने बताया कि विनाशकारी तूफान डेनियल के बाद आई बाढ़ ने डर्ना में भारी तबाही मचाई है। इसके बाद इस शहर को आपदा क्षेत्र घोषित किया गया है।
ब्दुल जलील ने ‘अल-अरबिया’ को दिये साक्षात्कार में सोमवार दोपहर को मरने वालों की संख्या की जानकारी देते हुए कहा कि कम से कम 50 लोग लापता हैं। अब्दुल जलील ने बताया कि मृतकों की इस संख्या में आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित किये गए डर्ना शहर की संख्या शामिल नहीं है। यहां सोमवार दोपहर तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई थी। शहर के मुख्य चिकित्सा केंद्र ने कहा कि मृतकों में पूर्वी शहर बायदा के 12 लोग शामिल हैं।
एम्बुलेंस और आपातकालीन प्राधिकरण के अनुसार, पूर्वोत्तर लीबिया के तटीय शहर सुसा में सात अन्य लोगों की मौत होने की सूचना है। मंत्री ने कहा कि शाहट्ट और उमर अल-मुख्तार कस्बों में सात अन्य लोगों के मारे जाने की खबर है।
रविवार को एक अन्य व्यक्ति की मौत की पुष्टि की गई। पूर्वी लीबिया में सरकार द्वारा संचालित आपातकालीन प्रतिक्रिया एजेंसी के प्रवक्ता वालिद अल-अरफी के मुताबिक, वह व्यक्ति अपनी कार में था और पूर्वी शहर मार्ज में बाढ़ में फंस गया था। स्थानीय मीडिया के मुताबिक, बाढ़ में दर्जनों अन्य लोगों के लापता होने की सूचना है तथा अधिकारियों को बाढ़ में उनके मारे जाने की आशंका है। बाढ़ की वजह से पूर्वी लीबिया के कई शहरों में घर और अन्य संपत्तियां नष्ट हो गयी हैं। सरकार ने शनिवार को आपात स्थिति की घोषणा की थी और रात में आए तूफान से पहले एहतियातन शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया गया था। पश्चिम मिस्र के कुछ हिस्सों में सोमवार को तूफान आने की आशंका है और देश के मौसम अधिकारियों ने संभावित बारिश और खराब मौसम की चेतावनी दी है।