एक इंसुलेटर खराब तो दूसरे को अस्पताल बनाने के लिए हटाया, लोगों के इनफेक्टेड होने का बढ़ा खतरा
जमशेदपुर : इन दिनों कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम में मेडिकल वेस्ट का भंडार लगा हुआ है। इस भंडार को नई बिल्डिंग के बगल में शौचालय के पास देखा जा सकता है। चारों तरफ बड़े-बड़े प्लास्टिक में पैक कर महिनों से मेडिकल वेस्ट का भंडारण किया जा रहा है। साथ ही खुले में भी मेडिकल वेस्ट को फेंका जा रहा है। जिससे अस्पताल में आने वाले महिला पुरुष समेत बच्चे भी इनफेक्टेड हो सकते हैं। नई बिल्डिंग में पीडिया विभाग होने के कारण मरीज के परिजनों के साथ आने वाले बच्चे अक्सर नीचे उतरकर खेलते रहते हैं। जिससे सबसे ज्यादा उनके इनफेक्टेड होने की संभावना बनी रहती है। बावजूद इसके अस्पताल प्रबंधन को इससे कोई लेना-देना नहीं है। वहीं अस्पताल में मेडिकल वेस्ट को नष्ट करने के लिए दो इंसुलेटर मौजूद थे। जिसमें से एक तो पहले ही खराब हो चुकी है और आंधी से इसकी चिमनी भी गिर चुकी है। जो अस्पताल की दीवार पर अटकी हुई है। जबकि दूसरे इंसुलेटर को 500 बेड का अस्पताल बनाने के लिए हटा दिया गया है। जिसके कारण अस्पताल परिसर में ही मेडिकल वेस्ट को जमा किया जा रहा है। यह काम महिनों से चल रहा है। मगर इस ओर किसी का ध्यान नहीं है। अस्पताल से मेडिकल वेस्ट को हटाने का काम मौजूदा ठेका कंपनी अभिनव इंटरप्राइजेज का है। वहीं ठेका कंपनी के इस रवैए से लोगों की जान मुश्किल में है। इतनी बड़ी लापरवाही भी किसी को नजर नहीं आ रही है। खुले में मेडिकल वेस्ट के बिखरने से सबसे ज्यादा खतरा बच्चों को है और कभी ना कभी इसका खामियाजा उन्हें भुगतना भी पड़ेगा। खराब पड़े इंसुलेटर रूम के आगे और पीछे मेडिकल वेस्ट का भंडार लगा हुआ है और जो किसी को दिखाई नहीं पड़ता। अब इसे चुक कहें या फिर जानबूझ कर की जा रही गलती। अब देखना है कि कब तक अस्पताल प्रबंधन की नींद खुलती है और मेडिकल वेस्ट को हटाने की तरफ वे कार्रवाई करते हैं।