– लोगों ने की जमकर धुनाई, सदर अस्पताल में हुआ इलाज, तड़के अस्पताल से भागकर पहुंचा घर
जमशेदपुर : शनिवार की संध्या एमजीएम अस्पताल से फुरिडा संस्था के अंतर्गत चलने वाले मोक्ष वाहन संख्या जेएच 01 डीएम – 9023 को चालक भुइंयाडीह चंडीनगर निवासी सूरज तंतुबाई शव पहुंचाने के लिए सरायकेला लेकर गया था। जहां से वापस आने के क्रम में लगभग 7:30 से 8 बजे के बीच सरायकेला थाना से आगे सड़क पर चल रहे वृद्ध को टक्कर मार दी। जिससे वृद्ध घायल हो गया। वहीं भीड़ से बचने के लिए चालक वाहन लेकर तेज गति से भागने लगा। इसी बीच ट्रेलर से टकराकर मोक्ष वाहन खेत में जा घुसा। जिसके बाद पीछा कर रहे स्थानीय लोगों ने चालक की जमकर धुनाई कर दी। इस दौरान घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने चालक को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया। साथ ही वृद्ध को इलाज के लिए जमशेदपुर भिजवाया। जबकि सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मोक्ष वाहन के चालक सूरज तंतुबाई के पास वाहन चलाने का लाइसेंस तक नहीं है। और तो और वह डेंड्राइट सुंघने के नशे का आदी भी है। बताया जा रहा है कि सरायकेला से वापस जमशेदपुर आने के दौरान वह चलते वाहन में नशा करते हुए आ रहा था। इसी बीच उसने वृद्ध को टक्कर मार दी। जिसके बाद वाहन ट्रेलर से टकराकर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त भी हो गया है। घटना में चालक को भी अंदरुनी चोटें आई हैं। जिसका इलाज सरायकेला सदर में चल रहा था। जहां से वह रविवार के तड़के बिना किसी को सूचना दिए अस्पताल से भागकर अपने घर पहुंच गया। अब सवाल यह उठता है कि जिसके पास वाहन चलाने का लाइसेंस तक नहीं है, उसे संस्था ने कैसे इसकी इजाजत दे दी। उसके बारे में संस्था ने कुछ पता करना जरूरी भी नहीं समझा। इस संबंध में अस्पताल अधीक्षक डॉ रविंद्र कुमार ने कहा कि दुर्घटना हुई है और वाहन को सही सलामत लाने की जिम्मेदारी एजेंसी की है। इसके आगे उन्होंने किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया। बताते चलें कि इससे पूर्व भी रांची नामकुम थाना अंतर्गत तत्कालीन चालक बंटी द्वारा मरीज को लेकर रिम्स जा रहा सरकारी एंबुलेंस दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। जिसमें मरीज बाल बाल बच गया था। मगर आजतक वह वाहन नामकुम थाने में ही पड़ा हुआ है और जिसे लाने की कोशिश अस्पताल प्रबंधन ने नहीं की। फिलहाल दुर्घटनाग्रस्त मोक्ष वाहन को जब्त कर सरायकेला थाने में रखा गया है।