– चैंबर ने लिखा अनुमंडलाधिकारी को पत्र
जमशेदपुर : कृषि उत्पादन बाजार समिति जमशेदपुर शहर में खाद्य उत्पादन के क्रय विक्रय का प्रमुख केंद्र है। शहर समेत इसके निकटवर्ती क्षेत्रों का प्रमुख केंद्र होने के बावजूद यह समस्याओं के मकड़जाल में फंसा हुआ है। जिससे निजात दिलाने के लिए सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री प्रयासरत है। इसी क्रम में चैंबर के उपाध्यक्ष (ट्रेड एंड कॉमर्स) अनिल मोदी ने जिले की अनुमंडल पदाधिकारी धालभूम पारुल सिंह को पत्र लिखकर समिति में व्याप्त समस्याओं के निराकरण की मांग की है। उन्होंने पत्र में कहा है कि समिति में सैकड़ों दुकानें एवं गोदाम है। मगर उचित रखरखाव एवं व्यवस्थागत संरक्षण के अभाव में सभी जर्जर हो गए हैं। मंडी के रूप में विख्यात इस समिति में आधारभूत संरचना के साथ-साथ मूलभूत सुविधाओं की भी कमी है। जिसमें पीने का पानी, शौचालय, सड़क, स्ट्रीट लाइट, दुकानों एवं गोदाम की जर्जर स्थिति के साथ साथ सुरक्षा कर्मियों का अभाव है। कुछ दुकानों की स्थिति ऐसी है कि कभी भी छत टूटकर गिर सकती है और जिससे दुर्घटना भी घट सकती है। यहां व्यापारी अपनी जान जोखिम में डालकर व्यापार करने को मजबूर है। साथ ही विगत कई माह से यहां लगातार दुकानों का ताला तोड़कर नकदी और खाद पदार्थों की चोरी होना आम बात हो गया है। इन घटनाओं से व्यापारी भयाक्रांत है। मंडी की यह स्थिति निश्चित तौर पर चिंताजनक है एवं जमशेदपुर के व्यावसायिक परिवेश के लिए एक नकारात्मक पहलू भी है। सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री बाजार समिति में व्यवस्था के चरणबद्घ तरीके से सकारात्मक सुधार के लिए प्रयासरत है। वहीं चैंबर द्वारा लगातार संबंधित पदाधिकारी से पत्राचार कर मंडी की स्थितियों से अवगत भी कराया जा रहा है। उन्होंने पत्र के माध्यम से जिला प्रशासन को कुछ सुझाव भी दिए है। जिसपर अमल करने का आग्रह भी किया है। ताकि मंडी की समस्याओं के निष्पादन के लिए सकारात्मक प्रयास किया जा सके। इन सुझावों में मंडी में वर्षों से व्यापार कर रहे व्यापारियों की समिति बनाकर बाजार समिति के रखरखाव एवं विकास की जिम्मेदारी उन्हें दे दी जाए। बाजार समिति द्वारा व्यापारियों को आवंटित दुकानों को व्यापारियों के खर्चे पर दो मंजिला बनाकर कार्यालय गोदाम बनाने एवं उन्हें उपयोग करने की मंजूरी दी जाए। देश के अन्य राज्यों की तरह झारखंड राज्य में भी वर्षों से कार्य कर रहे व्यापारियों को बाजार समिति में बनी दुकान लीज पर दे दी जाए। बाजार समिति में अभी जो दुकानें बनी हुई है, वह पूरी तरह से गोदाम की शक्ल में दिखाई देती है और व्यापारी भी गोदाम के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं। यदि इसे एक बड़े बाजार का स्वरूप देते हुए आकर्षक रूप में विकसित किया जाए तो इसका लाभ क्रेता व विक्रेता दोनों को मिलेगा। बाजार समिति में कोल्ड स्टोरेज की स्थापना की जाए। ताकि जल्द खराब होने वाली वस्तुओं का भंडारण इसमें किया जा सके। मंडी में शौचालय, यूरिनल का निर्माण, सड़कों की मरम्मत, पीने के पानी की व्यवस्था एवं चाक चौबंद सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं, शामिल हैं। उन्होंने अनुमंडल अधिकारी से आग्रह किया कि वह स्वयं समिति का निरीक्षण कर समस्याओं से अवगत हो। ताकि इनका निराकरण हो सके। वहीं अनिल मोदी ने कहा की जल्द ही चेंबर का प्रतिनिधिमंडल प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री से मिलकर इन समस्याओं के निराकरण की मांग भी करेगा।