आर्थिक मूल्यों का नहीं मानवीय मूल्यों का हो विकास:आजसू

विस्थापितों के भविष्य के साथ हो रहा है खेलवाड़

पूर्व विधायक गणेश गंझू और पूर्व डीआईजी ने आजसू का दामन थामा

टंडवा: लोकसभा चुनाव से पूर्व आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने औद्योगिक नगरी टंडवा में कार्यकर्ताओं के मिलन समारोह आकर अपने सिपाहियों का जोश और जूनून भरा। किसुनपुर में आयोजित मिलन समारोह में पार्टी सुप्रीमो श्री महतो ने पार्टी को मजबूत करने के लिए विस्थापित व प्रभावित किसानो के ज़ख्मों पर मरहम लगाया और कहा कि आज चिंता नहीं हुई तो भविष्य के साथ खिलवाड़ होगी। अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा जहां से 40 फीसदी राजस्व मिल रहा वहां की विकास किसी से छुपी नहीं है। उन्होंने सवाल उठाया कि कोयले से भरा संपदा टंडवा बालूमाथ,और बड़कागांव के लिए वरदान है या अभिशाप। यह सरकार को चिंतन और समीक्षा करने की जरूरत है। एनटीपीसी और सीसीएल कोयला उत्पादन करे पर मानवीय मूल्यों के साथ खिलवाड़ न करें। उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि यहां तो कुछ मानवीय मूल्यों की नहीं आर्थिक मूल्यों का विकास कुछ जयचंद की हो रही है। जिसे पहचानने की जरूरत है।आजसू प्रमुख ने झामुमो सरकार पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि युपीए की सरकार में झारखंड में जितनी नौकरी देने की घोषणा की गयी वह कहीं दिख नहीं रहा है। बेरोजगारो का बेरोज़गारी भत्ता कहां गायब हो गया। उन्होंने कहा कि झारखंड में विस्थापितों के लिए अलग न्यायपालिका की जरूरत है। जहां मुआवजा से लेकर जमीन से जूडे हर समस्या का समाधान किया जा सके। डेढ़ लाख विस्थापित आज भटक रहे हैं। इसके पूर्व समारोह में सिमरिया के पूर्व भाजपा विधायक गणेश गंझू अपने समर्थकों के साथ आजसू का दामन थामा और रिटायर डीआइजी संजय रंजन को भी सुदेश महतो ने माला पहनाकर स्वागत किया। वहीं पार्टी के देवशरण भगत ने कहा कि झारखंड में लूट की सरकार है अबुआ आवास बबुआ आवास बन गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कार्यवाहक जिला अध्यक्ष महेश महतो और संचालन लखन महतो ने किया। इस मौके पर रौशन लाल चौधरी, अवध सिंह, रंजीत गुप्ता, सरोज गुप्ता, रामदेव पासवान और नन्दा थापा समेत अन्य शामिल थे।

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