सीसीएल प्रबंधन के साथ अब आर पार की होगी जंग: मनोज चंद्रा
टंडवा: आम्रपाली के सीसीएल प्रबंधन से रैयतों के हित में आठ सूत्री मांगों को लेकर रैयत विस्थापित मोर्चा का शनिवार को दूसरे दिन भी धरना जारी रहा । जिसमे गांव के काफी संख्या में विस्थापित प्रभावित रैयत शामिल हैं। जिसका नेतृत्व झामुमो नेता मनोज चंद्रा कर रहे हैं। बताया गया कि रैयत के आक्रमक रूख को देखते हुए जीएम अमरेश कुमार ने 31 अक्टूबर को वार्ता के लिये मोर्चा के नेताओं को आमंत्रित किया है। धरना पर बैठे रैयतों को संबोधित करते झामुमो नेता मनोज का कहना है कि जिस परियोजना से हर रोज साठ हजार टन कोयले की उत्पादन हो रही है जहां के कोयले से देश की राजधानी दिल्ली जगमगा रही है वहां के लोग रोटी और मुलभुत समस्याओं से जूझ रहे हैं। इससे बड़ी त्रासदी और क्या होगी। अब तो सीसीएल से आर पार की जंग होगी। चाहे कोई भी कीमत चुकाना पडे। वहीं मोर्चा के केन्द्रीय सदस्य बिजय कुमार साहू ने आम्रपाली के पांच गांवों की भयावह तस्वीर रखते हुए कहा कि बाहरी मालामाल हो रहे हैं और जमीन देने वाले कंगाल हो रहे हैं। बैठक में मुख्य रूप से बिजय साव, चंद्र देव साहू, निरंजन राणा, राम लखन प्रसाद गुप्ता, रूपलाल साहू, गणेश प्रसाद, किशन पासवान, राम लखन साहू, अनिरुद्ध साहू, जय राम उरांव, प्रकाश यादव, दीपक साव, अनिल उरांव, ज्योति देवी, सरोज देवी, रीना देवी, मुनिया देवी, सीमा देवी, राजमणि देवी, मालती देवी, सुमित्रा देवी, सीमा देवी, गंगा देवी, पूजा देवी, सुनीता देवी आरती देवी, मीणा देवी, तारा देवी, मीणा देवी, चंदू कुमारी समेत कई महिला पुरुषो ने बिजली, पानी और रोजगार पर सीसीएल के खिलाफ जमकर जहर उगला।