राजगीर में गिरफ्तारी के समय हरीश नकली पहचान पत्र दिखाकर पुलिस को कर रहा था गुमराह, डॉन अखिलेश सिंह के शार्प शूटर पर 30 मुकदमे हैं दर्ज

 एसएसपी ने किया मामले का खुलासा, भेजा जेल

जमशेदपुर : बर्मामाइंस थाना अंतर्गत ईस्ट प्लांट बस्ती निवासी सह डॉन अखिलेश सिंह गिरोह के शार्प शूटर कुख्यात अपराधी हरीश कुमार सिंह को बिहार राजगीर में जब गिरफ्तार किया गया तो वह नकली पहचान पत्र दिखाकर पुलिस को गुमराह करने लगा। मगर उसकी एक न चली। अंततः पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया। जहां से ट्रांसिट डिमांड मिलने पर देर रात्रि पुलिस उसे लेकर शहर पहुंची। वहीं रविवार पुलिस ऑफिस में एसएसपी किशोर कौशल ने प्रेसवार्ता कर मामले का खुलासा किया। इस दौरान एसपी सिटी मुकेश कुमार लुनायत और एएसपी सुमित अग्रवाल भी उपस्थित रहे। वार्ता के दौरान उन्होंने बताया कि अपराधी हरीश सिंह पर शहर में हत्या, लूट और रंगदारी के लगभग 30 मामले दर्ज हैं। उन्होंने बताया कि सीतारामडेरा थाना अंतर्गत नीति बाग कॉलोनी में हुए गैंगवॉर के अलावा न्यू सिविल कोर्ट में वकील के वेष में गवाही देने के बाद फरार होने के मामले में भी पुलिस उसकी सरगर्मी से तलाश कर रही थी। इस दौरान पुलिस को लगातार शिकायत मिल रही थी कि हरीश सिंह फोन कर शहर के बड़े कारोबारियों को धमकाकर उनसे रंगदारी की भी मांग कर रहा है। जिसके बाद सिटी एसपी ने उसकी गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टीम का गठन किया। वहीं टीम द्वारा उसके मोबाइल को सर्विलांस पर लगाने से पता चला कि वह बिहार के राजगीर में है। साथ ही मुखबिरों के माध्यम से भी सूचना मिली कि वह राजगीर स्थित एक होटल में ठहरा हुआ है। जिसका सत्यापन कर पुलिस ने जब वहां छापेमारी की तो उसने पुलिस को चकमा देकर भागने की कोशिश भी की। इस दौरान उसने पुलिस को बताया कि वह हरीश सिंह नहीं बल्कि अजय कुमार है। उसके पास अजय कुमार के नाम का फर्जी आधार कार्ड भी था। जिसे उसने होटल में ठहरने के लिए इस्तेमाल किया था। मगर पुलिस के सामने उसकी एक न चली और कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने बताया कि वही हरीश सिंह है। वहीं जांच के क्रम में पुलिस ने उसके पास से कई फर्जी आईडी और फर्जी नाम से लिए चार सिम कार्ड भी बरामद किया। जिसमें से एक सिम कार्ड उसने संजय रविदास के नाम से लिया था। वह मूल रूप से बिहार आरा जिले के संदेश थाना क्षेत्र नुसरतपूर का रहने वाला है। उसपर डीजीपी ने 20 दिसंबर 2023 को 40 हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया था। उसके विरुद्ध शहर के साकची, आजादनगर, बर्मामाइंस, गोलमुरी, सीतारामडेरा और मानगो थाने में दर्ज हैं। फिलहाल पुलिस ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।

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