सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में आर्ट इन इंडस्ट्री की हुई शुरूआत

भारत के 17 कलाकार अपने शानदार कार्यों के माध्यम से कला और इनोवेशन के संगम का करेंगे प्रदर्शन

जमशेदपुर : टाटा स्टील का आर्ट इन इंडस्ट्री कार्यक्रम, जो भारतीय कलाकारों के उल्लेखनीय योगदान को प्रदर्शित करते हुए रचनात्मकता और नवीनता के सामंजस्यपूर्ण सह-अस्तित्व का जश्न मनाता है, मंगलवार सेंटर फॉर एक्सीलेंस में शुरू हुआ। जिसका विषय “आर्ट फॉर द प्लेनेट’ है। वहीं कार्यक्रम का शुभारंभ प्रख्यात कलाकार पद्मश्री दुलारी देवी (मधुबनी कला) और टाटा स्टील वाइस प्रेसिडेंट चाणक्य चौधरी ने संयुक्त रूप से किया। इस दौरान चाणक्य चौधरी ने कहा कि टाटा स्टील एक अंतराल के बाद आर्ट इन इंडस्ट्री कार्यक्रम की मेजबानी करते हुए काफी उत्साहित है। यह कार्यक्रम न केवल देश के विभिन्न हिस्सों की समृद्ध कलात्मक विरासत का जश्न मनाता है। बल्कि नवाचार और रचनात्मकता को प्रेरित करने में कला की महत्वपूर्ण भूमिका को भी उजागर करता है। टाटा स्टील ने 1993 से ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन शुरू किया था। साथ ही वह प्रसिद्ध प्रतिभागियों की मंत्रमुग्ध कर देने वाली कलाकृतियों की वास्तव में सराहना करती है। वहीं कार्यक्रम में 4 नवंबर तक विशेषज्ञों द्वारा कला प्रारूपों का निर्माण किया जाएगा। यह रोजाना सुबह 10:30 से शाम 4:30 बजे तक जनता के लिए खुला रहेगा। जिससे आगंतुकों को आर्ट गैलरी का अवलोकन करने, कला शिविरों में भाग लेने और कलाकारों तथा कला प्रेमियों के साथ जुड़ने का अवसर मिलेगा। वहीं 1 नवंबर को सर दोराबजी टाटा पार्क में विवेक शर्मा द्वारा एक आर्ट थेरेपी कार्यशाला का आयोजन भी किया जाएगा। इसी तरह 2 नवंबर की शाम को समसामयिक कला में मध्यम और रूपक पर लीना विंसेंट द्वारा एक वार्ता होगी। जिसके बाद 3 नवंबर को जमशेदपुर नेचर ट्रेल में वेंकट रमन सिंह श्याम द्वारा बच्चों के लिए कार्यशाला आयोजित की जाएगी। साथ ही संध्या सागर कलाकार सुबोध केरकर के साथ सामाजिक विचार विमर्श भी होगा। वहीं 4 नवंबर को टाटा स्टील के सीईओ सह एमडी टीवी नरेंद्रन अपनी उपस्थिति से इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे। जिसमें वह प्रसिद्ध कलाकारों और विशिष्ट आगंतुकों के साथ बातचीत भी करेंगे। कार्यक्रम में कई प्रसिद्ध कलाकारों की भागीदारी देखने को मिलेगी और जो कलाकार अपना काम प्रदर्शित करेंगे उनमें दुलारी देवी, चंद्रा भट्टाचार्जी, आरएम पलानीअप्पन, सबा हसन, माधुरी भादुड़ी, सोमनाथ मैती, फरहाद हुसैन, तृप्ति दवे, रथीन कांजी, सरोज वेंकट श्याम, सचिन सागरे, शांथामणी मुदैया, जॉर्ज मार्टिन पीजे और सोहन सिंह बिलौरिया शामिल हैं। सभी कलाकार कार्यक्रम के दौरान अपनी उल्लेखनीय कृतियों का प्रदर्शन करेंगे और यह इन प्रतिभाशाली कलाकारों की विविध कलात्मक शैलियों और अभिव्यक्तियों का अनुभव करने का एक अनूठा अवसर होगा।

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