विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कमिश्नर एवं डीआईजी ने की प्रशासनिक एवं पुलिस पदाधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय बैठक

 

जमशेदपुर : समाहरणालय सभागार में रविवार कोल्हान कमिश्नर हरि कुमार केशरी एवं डीआईजी चौथे मनोज रतन द्वारा विधानसभा चुनाव के दौरान कानून और शांति व्यवस्था बनाएं रखने के लिए ओडिशा, पश्चिम बंगाल और झारखंड के प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय संयुक्त बैठक किया गया। जिसमें विधानसभा चुनाव के दौरान विधि व्यवस्था के बेहतर संधारण को लेकर आपसी समन्वय पर विमर्श भी किया गया। बैठक में डीआईजी सीआरपीएफ पुरन सिंह, डीसी अनन्य मित्तल, एसएसपी किशोर कौशल समेत सुंदरगढ़, मयूरभंज, क्योंझर (ओड़िशा), पुरूलिया, पश्चिम मेदनीपुर, झारग्राम (प. बंगाल) के डीएम, एसएसपी व एसपी के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे। इसी तरह पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसांवा, रांची, खूंटी, सिमडेगा के डीसी व एसपी ऑनलाइन जुड़े। इस दौरान विधानसभा चुनाव के दौरान अंतर्राज्यीय एवं अंतर्जिला सीमा पर सुरक्षा और निगरानी के लिए रणनीति पर चर्चा की गई। साथ ही अंतरराज्यीय एवं अंतर्जिला सीमा पर कानून व्यवस्था बनाए रखने, अंतर्राज्यीय सीमा से असामाजिक तत्वों एवं चुनाव को प्रभावित करने के लिए शराब, नगदी, ड्रग्स, उपहार की वस्तु आदि अवैध परिवहन पर रोकथाम लगाने के उपायों पर चर्चा भी की गई। ओड़िशा, पश्चिम बंगाल और झारखंड राज्य के सीमावर्ती थानों में व्हाट्सएप ग्रुप एवं वायरलेस के माध्यम से सतत् संचार कर सूचना का आदान-प्रदान करने पर चर्चा की गई। साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से अफवाह फैलाने वालों पर निगरानी रखने तथा त्वरित कार्रवाई को लेकर निर्देश भी दिए गए। वाहनों की आवश्यकता के मद्देनजर पड़ोसी राज्यों और जिला के परिवहन विभाग के अधिकारियों के साथ समन्वय पर बल दिया गया। वहीं सीमावर्ती क्षेत्रों पर विस्तृत चर्चा करते हुए निगरानी व सुरक्षा को लेकर किए जा रहे प्रबंध के बारे में बात रखते हुए विस्तार से जानकारियां साझा की गईं। जिसपर सभी जिलों के डीसी, एसएसपी, एसपी एवं प्रतिनिधियों ने आवश्यक कार्रवाई के लिए सहमति जताते हुए अपनी-अपनी बात रखी। चेकपोस्ट पर विशेष निगरानी रखने की बात भी कही गई। बैठक के दौरान सीमा जांच बिंदुओं तथा सीलिंग प्वाइंट के साथ आदतन अपराधियों व निगरानी बदमाशों की सूची उपलब्ध कराए गए। मौके पर सीमावर्ती राज्यों के नियंत्रण कक्ष के माध्यम से सतत संपर्क बनाने व आवश्यक सूचना के आदान-प्रदान को लेकर प्रत्येक जिले में व्यवस्था बनाने की बात रखी गई। साथ ही नक्सल विरोधी अभियान, कानून व्यवस्था एवं अपराधिक गतिविधियों के ऊपर प्रभावी नियंत्रण और अन्य महत्वपूर्ण विषयों पर व्यापक चर्चा हुई। बैठक में कमिश्नर ने विधानसभा निर्वाचन शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष ढंग से संपन्न करने के लिए सभी के आपसी समन्वय एवं सूचना तंत्र मजबूत करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पहले भी बेहतर समन्वय के साथ काम किया जाता रहा है। लेकिन अब निर्वाचन कार्य में समन्वय, आपसी तालमेल को और बेहतर करना है। सीमावर्ती राज्यों के अधिकारियों के थाना एवं अनुमंडल स्तर पर व्हाट्सएप ग्रुप बनाने का सुझाव दिया। सभी गतिविधियों की डीसी, एसएसपी एवं एसपी स्तर पर मॉनिटरिंग हो। ताकि कहीं कोई कमी नहीं रह पाए। सतत् संचार कर सूचना का आदान-प्रदान हर स्तर पर हो। वहीं डीआईजी ने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव के दौरान सुरक्षा बल सभी संवेदनशील स्थानों पर तैनात हों। हर स्तर पर बेहतर तालमेल बना कर काम करना है। संवेदनशील व अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करनी होगी। बेहतर तालमेल के साथ निष्पक्ष, शांतिपूर्ण निर्वाचन करना हमारी प्राथमिकता और जिम्मेदारी है और जो समन्वय और सहयोग की भावना हैं। इसी से ही बेहतर परिणाम मिलेगा। 107 की कार्रवाई, नोटिस तामिला, वारंटों का निष्पादन, सीसीए के तहत हुई कार्रवाई को भी आपस में साझा करें। ताकि असामाजिक तत्वों पर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। बैठक में एडीएम लॉ एंड ऑर्डर अनिकेत सचान, एसडीएम धालभूम शताब्दी मजूमदार, रूरल एसपी ऋषभ गर्ग, सिटी एसपी कुमार शिवाशीष, एडीसी, निदेशक एनईपी, एसओआर, उप निर्वाचन पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, डीएसपी समेत अन्य भी मौजूद थे।

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