टाटा स्टील ने पर्वतारोही काम्या कार्तिकेयन को किया सम्मानित

जमशेदपुर : टाटा स्टील ने बीते 20 मई को माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली काम्या कार्तिकेयन को सम्मानित किया है। नेपाल की ओर से माउंट एवरेस्ट पर रिकॉर्ड तोड़ चढ़ाई करने वाली काम्या कार्तिकेयन को टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन (टीएसएएफ) का समर्थन प्राप्त है और जिसे महज 16 साल की उम्र में उनके द्वारा हासिल की गई इस दुर्लभ उपलब्धि पर बहुत गर्व है। काम्या ने इस असाधारण उपलब्धि को हासिल करने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय के रूप में इतिहास में अपना नाम दर्ज करा लिया है। वहीं आयोजित एक कार्यक्रम में टाटा स्टील कॉर्पोरेट सर्विसेज के वीपी चाणक्य चौधरी ने पर्वतारोहण के क्षेत्र में उनकी दुर्लभ उपलब्धि की सराहना भी की। कार्यक्रम में उनके गुरु और गौरवान्वित पिता कमांडर एस कार्तिकेयन (भारतीय नौसेना) भी मौजूद थे। जिन्होंने उनके कुछ ही घंटों में दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर चढ़ाई पूरी की।काम्या की तैयारी जिसमें उच्च शिविरों और माउंट लोबुचे के लिए सभी अनुकूलन रोटेशन शामिल हैं, उनकी सफलता में सहायक रही और महत्वाकांक्षी पर्वतारोहियों के लिए एक शानदार उदाहरण प्रस्तुत करती है। वहीं टीएसएएफ का दृढ़ समर्थन वित्तीय रूप से और व्यापक प्रशिक्षण के माध्यम से काम्या की असीम क्षमता और दृढ़ संकल्प के परिचय का प्रमाण रहा है। काम्या का लक्ष्य अब “ग्रैंड स्लैम एक्सप्लोरर” चुनौती (सात महाद्वीपों की सबसे ऊंची चोटी पर चढ़ने और उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों पर स्की करने का मिशन, जिसे मिशन साहस नाम दिया गया है) को पूरा करना है और जो उनकी प्रभावशाली पर्वतारोहण उपलब्धियों और आत्मविश्वास के साथ मिलकर वास्तव में प्रेरणादायक है। उनकी कम उम्र और लिंग उन्हें युवाओं खासकर हमारे देश के भावी लीडर्स के लिए एक असाधारण रोल मॉडल बनाते हैं। संगीत और नृत्य से लेकर स्कीइंग और पर्वतारोहण तक उनकी प्रतिभाएं हमारे युवाओं के भीतर मौजूद संभावनाओं और असाधारण व्यक्तियों को सशक्त बनाने और उनका समर्थन करने के टीएसएएफ के दर्शन की शक्ति का उदाहरण हैं। काम्या की जीत टीएसएएफ की महिला सशक्तिकरण के लिए लंबे समय से चली आ रही प्रतिबद्धता को दर्शाती है। जिसमें प्रेमलता अग्रवाल, अरुणिमा सिन्हा और महान बछेंद्री पाल जैसी हस्तियां शामिल हैं।

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