संथाल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठ के कारण तेजी से घट रही आदिवासियों की आबादी – संजीव कुमार 

 

जमशेदपुर : सांसद प्रतिनिधि संजीव कुमार ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि संथाल परगना में बांग्लादेशी घुसपैठ के कारण आदिवासियों की आबादी तीव्र गति से घट रही है। इस संबंध में गोड्डा के सांसद निशीकांत दूबे द्वारा संसद में दिया गया वक्तव्य अत्यंत महत्वपूर्ण है। सन 2000 से लेकर अद्यतन जनगणना में संथाल परगना में आदिवासियों की आबादी 36 से घटकर 26 प्रतिशत हो जाना अत्यंत चिंता जनक है। सच तो यह है कि बांग्लादेशी घुसपैठ सिर्फ संथाल परगना तक ही सीमित न होकर बल्कि पूरा झारखंड इससे बुरी तरह प्रभावित है और यह झारखंड के लिए खतरे की घंटी है। इस घुसपैठ से कोल्हान भी अछूता रहा है। जमशेदपुर के मानगो एवं सरायकेला का कपाली क्षेत्र इसका जीता जागता उदाहरण है। इन घुसपैठियों के कारण बड़े पैमाने पर धर्मांतरण, आदिवासी महिलाओं से विवाह एवं आदिवासी/सरकारी भूमि पर धड़ल्ले से कब्जा किया जा रहा है। इतना ही नहीं इन घुसपैठियों द्वारा अवैध रूप से सरकारी योजनाओं का लाभ एवं सरकार के संसाधनों का दोहन किया जा रहा है। झारखंड का स्थानीय एवं राज्य प्रशासन इस मामले पर पूरी तरह मौन है। विशेष रूप से मानगो नगर निगम का क्षेत्र पूरी तरह से इसकी चपेट में है। यहां की डेमोग्राफी पूरी तरह बदल चुकी है। अंत में सांसद प्रतिनिधि ने मानगो नगर निगम और जिला प्रशासन से यह मांग की है कि अवैध रूप से बसे बांग्लादेशी घुसपैठियों की शिनाख्त कर उन्हें वापस भेजा जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि इस बात का विशेष ध्यान रखा जाए कि विभिन्न सरकारी योजनाओं एवं संसाधनों का लाभ ये न ले सके।

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