डीसी ने जिला स्तरीय व्यस्क बीसीजी टीकाकरण का किया शुभारंभ

 

18 साल से अधिक उम्र के नागरिकों को बीसीजी का टीका निःशुल्क लगाया जाएगा

 

जमशेदपुर : समाहरणालय सभागार में गुरुवार को आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रीय यक्ष्मा उन्मूलन कार्यक्रम के तहत जिला स्तर पर बीसीजी टीकाकरण का शुभारंभ डीसी अनन्य मित्तल द्वारा किया गया। जिसमें डीडीसी मनीष कुमार, सिविल सर्जन डॉ साहिर पाल, जिला यक्ष्मा पदाधिकारी, जिला आरसीएच पदाधिकारी एवं जिला वीभीडी पदाधिकारी समेत स्वास्थ्य विभाग के अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे। टीकाकरण अभियान को लेकर यक्ष्मा पदाधिकारी ने जानकारी दी कि वयस्क टीबी वैक्सीनेशन के लिए 6 श्रेणी में लोग शामिल किए गए हैं। जिसमें पांच वर्ष पूर्व में टीबी रोग का उपचार ले चुके व्यक्ति, तीन वर्ष पहले तक के टीबी रोगी के सम्पर्क में रहने वाले व्यक्ति, धूम्रपान करने वाले व्यक्ति, कुपोषित व्यक्ति, 18 से कम बीएमआई वाले, मधुमेह से ग्रसित व्यक्ति और 60 वर्ष से अधिक आयु वाले सभी व्यक्ति शामिल हैं। आंगनबाड़ी केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, स्वास्थ्य उप केन्द्र समेत अन्य सभी स्वास्थ्य केन्द्र में बीसीजी टीका नि:शुल्क लगाया जाएगा। वहीं डीसी ने अभियान के सफल संचालन का निर्देश देते हुए कहा कि शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में सभी सुयोग्य का टीकाकरण हो, इसे स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी समन्वय बनाते हुए सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के दिशा-निर्देशानुसार जिले में यह अभियान चलाया जा रहा है। जिसका उद्देश्य जिले से टीबी का समूल उन्मूलन है तथा इसमें प्रत्येक नागरिक की परस्पर सहभागिता जरूरी है। उन्होंने सभी व्यस्क नागरिकों से अपील किया कि टीकाकरण अवश्य करायें। साथ ही उन्होंने बताया कि टीबी से बचाव के लिए बीसीजी वैक्सिन एक सुरक्षित वैक्सिन है और जिसे विश्व के अनेक देशों में लोगों को दिया जाता है। इसका परिणाम भी बहुत ही सकारात्मक रहा हैं। हमारे देश में नवजात शिशु को जन्म के बाद यह वैक्सिन दिया जाता है। लेकिन इस वैक्सिन के अच्छे परिणाम को देखते हुए अब टीबी से बचाव के लिए व्यस्कों को भी दिया जाना है। टीबी एक संक्रामक बीमारी है। दो सप्ताह से ज्यादा समय से खांसी हो, दो सप्ताह का बुखार, वजन में कमी होना, कफ के साथ खून आना जैसे लक्षण दिखने पर चिकित्सकीय परामर्श लेना आवश्यक है।जबकि सिविल सर्जन ने कहा कि सभी व्यस्क टीबी रोग से बचाव के लिए बीसीजी वैक्सिनेशन लेकर जिले को टीबी मुक्त बनाने में अपना सहयोग दें। साथ ही उन्होने 25 अगस्त से जिला में शुरू हो रहे पल्स पोलियो अभियान की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 25 अगस्त को बूथ डे पर शून्य से पांच वर्ष तक के 90 प्रतिशत बच्चों को पोलियो की दवा पिलाने का लक्ष्य है। दूसरे एवं तीसरे दिन यानी 26 और 27 अगस्त को छुटे हुए बच्चों को घर-घर जाकर पोलियो की खुराक पिलाई जाएगी। कार्यक्रम में डीसी द्वारा 28 अगस्त से 13 सितंबर तक चलाये जाने वाले कुष्ठ रोगी खोज अभियान के सफल संचालन का निर्देश भी दिया गया। उन्होंने शिक्षा, पंचायती राज, समाज कल्याण विभाग तथा जेएसएलपीएस के साथ समन्वय बनाते हुए अभियान को प्रभावी बनाने का निर्देश भी दिया।

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