समाहरणालय सभागार में बेटियों को पठन-पाठन की सामग्री किया प्रदान
जमशेदपुर : राज्य सरकार से प्राप्त निर्देश के आलोक में बुधवार समाहरणालय परिसर से राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस अवसर पर डीडीसी मनीष कुमार ने कहा कि बाल लिंगानुपात में सुधार व बालिकाओं के प्रति लोगों की मानसिकता परिवर्तन करने के लिए जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया है। साथ ही भारतीय समाज में पुत्र के प्रति वरियता और बेटियों के प्रति भेदभाव पर अंकुश लगाना इसका मुख्य उद्देश्य है। दहेज के सामाजिक मानक, पितृसत्तात्मक आदि नकारात्मक सोच को बदलने के लिए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का जागरूकता रथ जिले के समस्त ग्रामीण क्षेत्रों तथा शहरी क्षेत्रों में भ्रमण करेगा।
यह अभियान बेटियों के प्रति नकारात्मक सोच को बदलने व बेटियों को बचाने, बेटियों को पढ़ाने श आगे बढ़ाने में सेतु का कार्य करेगा। इसी तरह बालिकाओं को सरकार की योजनाओं से लाभान्वित करने के लिए इनके प्रावधानों की जानकारी भी ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचेगी। साथ ही आयोजित एक कार्यक्रम में बालिकाओं के बीच पठन-पाठन सामग्री का वितरण भी किया गया। जिसके बाद डीडीसी द्वारा सभी को उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं भी दी गई। उन्होंने अपने संबोधन में बालिकाओं से बाल विवाह रोकथाम को लेकर मुखर आवाज बनने की अपील भी की है। इसी तरह अपने आस-पास किसी के बाल विवाह की जानकारी मिले तो विद्यालय के शिक्षक के माध्यम से नजदीकी थाना को सूचित करने की बात भी कही। और तो और कन्या भ्रूण हत्या रोकने के साथ साथ बालिकाओं और महिलाओं के प्रति हिंसा व भेद-भाव को समाप्त करने के लिए सभी को शपथ भी दिलाया गया।
मौके पर एसडीओ धालभूम पीयूष सिन्हा, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा नेहा संजना खलखो भी उपस्थित रहे।