आज के युवाओं को भगत सिंह के विचारों का अनुसरण करने की है आवश्यकता – राजेश

शहीद भगत सिंह,राजगुरु और सुखदेव को याद कर दी गई श्रद्धांजलि, किया गया माल्यार्पण

गिरिडीह:- माले के द्वारा आज भगत सिंह चौक स्थित शहीद भगत सिंह की मूर्ति पर माल्यार्पण किया गया,कार्यकर्म की अगुवाई माले नेता ताज हसन,आलम रजा,एकराम अंसारी,विकास कुमार, मजहर,राजू कुमार आदि ने किया। वक्ताओं ने अपने संबोधन में कहा कि शहीद भगत सिंह, राजगुरु, और सुखदेव को आज के दिन 1931 में फांसी दी गई थी वे चाहते तो अपनी फांसी को टाल सकते थे लेकिन तीनों क्रांतिकारी देश की सोई हुई जनता को जगाने के लिए फांसी के फंदे पर झूल गए। इनके बलिदान के फलस्वरूप लोगों में देश के प्रति प्यार और अंग्रेजों के प्रति आक्रोश पैदा हुआ और देश अंग्रेजों की दासता से स्वतंत्रता के पथ पर तेजी से अग्रसर हुआ।

 

माले नेता राजेश सिन्हा ने कहा कि यह चिंता का विषय है कि आज के युवा शहीद भगत सिंह के विचारों को नहीं पढ़ते हैं बस साल में एक आध बार उन्हें याद कर लेते है ,नारा लगा लेते है,मीडिया में फोटो आ जाता है,न्यूज आ जाता है बस उनका काम यही तक सीमित होकर रह जाता है। जिस देश की आधा से ज्यादा आबादी युवाओं की है उस देश में क्रांति आ जाना चाहिए था किंतु युवा लुटेरी पार्टियों के साथ पहली लाइन में खड़ा मिलते हैं। जिन्हें भगत सिंह के विचारों से कोई लेना देना नही है आज के युवा उनके साथ खड़े मिलते हैं। जिनके बड़े नेताओं ने अंग्रेजो की मुखबिरी की थी और अंग्रेजी हुकूमत के सामने पकड़े जाने पर माफीनामा तक लिखा था।

 

शहीद दिवस के दिन भाकपा माले ने संकल्प लिया कि 3 महीने के अंदर 1000 युवाओं को भगत सिंह के विचारों एवं देश के अन्य क्रांतिकारियों के विचारों को पढ़ाकर,समझाकर उनमें जोश भरा जाएगा ताकि वे देश की वर्तमान कू-व्यवस्था और भ्रष्टाचार को समझ सकें।

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