भाजपाइयों ने की शहीद निर्मल महतो समाधि स्थल में पहुंचने की कोशिश, पुलिस ने रोका, हुई नोंकझोंक

दोनों तरफ से हुई नारेबाजी, अंततः रंकिनी मंदिर के पास धरने पर बैठे

जमशेदपुर : झारखंड अलग राज्य आंदोलन के नेता वीर शहीद निर्मल महतो की जयंती पर पूर्ण नियोजित कार्यक्रम के तहत भाजपाइयों ने महानगर जिलाध्यक्ष गुंजन यादव और कदम मंडलाध्यक्ष राजेश सिंह के नेतृत्व में सोमवार की सुबह कदमा उलियान स्थित शहीद स्थल पर सैकड़ो कार्यकर्ताओं के साथ पहुंचने की कोशिश की। मगर भारी संख्या में तैनात पुलिस ने किसी को भी शहीद स्थल तक पहुंचने नहीं दिया। इस दौरान भाजपाइयों और पुलिस के बीच तीखी नोंकझोंक भी हुई। साथ ही भाजपा और झामुमो कार्यकर्ताओं के बीच जमकर नारेबाजी भी हुई। मौके पर पुलिस बल के साथ डीएसपी सीसीआर अनिमेष गुप्ता और कदमा थाना प्रभारी अशोक राम भी मौजूद थे। इसी बीच समाधि के पास लगे शहीद निर्मल महतो की प्रतिमा के नीचे भाजपाइयों ने कहा कि निर्मल दा के नाम को हेमंत सोरेन धो रहे हैं। अंततः भाजपाई बिना श्रद्धांजलि और धरना दिए ही समाधि स्थल से वापस लौट गए। जिसके बाद भाजपाई कदमा मेन रोड स्थित रंकिनी मंदिर के पास पहुंचे। जहां पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की तस्वीर पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि देकर धरने पर बैठ गए। वहीं धरने पर बैठे जिलाध्यक्ष गुंजन यादव ने कहा कि मौजूदा हेमंत सरकार ने सालाना 5 लाख नौकरी देने का वादा कर सत्ता में काबिज हुई थी। मगर किसी को भी नौकरी नहीं दी। राज्य में लॉ एंड ऑर्डर का हाल बहुत बुरा है। अपराधी बेखौफ होकर घटना को अंजाम दे रहे हैं और सरकार सिर्फ झूठ पर झूठ बोल रही है। इसी तरह मंडलाध्यक्ष राजेश सिंह ने कहा कि आदिवासी मुखिया की सरकार में आदिवासियों का ही शोषण हो रहा है। इस सरकार में बहन और बेटी भी सुरक्षित नहीं है। यह सिर्फ एक परिवार की सरकार है और जो अपना फायदा ही देख रही है। बताते चलें कि भाजपाइयों ने मौजूदा सरकार की वादाखिलाफी के विरोध में निर्मल महतो शहीद स्थल के पास एकदिवसीय उपवास का कार्यक्रम रखा था। जिसके लिए जिला प्रशासन से अनुमति भी मांगी थी। मगर उन्हें अनुमति नहीं मिली। जिसके तहत भाजपाई बिना अनुमति के ही धरने पर बैठने के लिए धरना स्थल पर पहुंच गए थे। मौके पर कुलवंत सिंह बंटी, भूपेंद्र सिंह, प्रेम झा, सोनारी मंडलाध्यक्ष प्रशांत पोद्दार समेत भारी संख्या में कार्यकर्ता मौजूद थे।

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