Md Mumtaz
खलारी: रैयत विस्थापित मोर्चा के डकरा शाखा सचिव श्यामजी महतो ने एनके एरिया महाप्रबंधक को यहां के रैयत विस्थापितों को सीसीएल की कल्याणकारी योजनाओं में अधिकतम लाभान्वित करने को लेकर एक ज्ञापन सौंपा । ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने बताया कि सीसीएल को मिनीरत्न कंपनी बनाने में यहां के रैयतो एवं विस्थापितो का 80 प्रतिशत योगदान रहा है। इसलिए यहां के रैयत और विस्थापितों के कल्याण के लिए कार्य किया जाए। उन्होंने पत्र के माध्यम से मांग किया की रैयतो को सीसीएल की ओर से एक प्रमाण पत्र या पहचान पत्र दिया जाए। जिसमे रैयतों का नाम जाति, जमीन का खाता संख्या, प्लॉट संख्या लिखा हो ताकि रैयतो का अस्तित्व बचा रहे। डीएमएफटी मद का सीधा लाभ विस्थापितो व रैयतो को दिया जाए क्योंकि यह फंड प्रखंड के विकास के लिए होता है जहां से उत्खनन कर कोयला निकाला जाता है। इसलिए ई–टेंडर में वह प्रावधान निकल जाए जिसमें 10 करोड़ का टेंडर यहां के रैयतो विस्थापितों को ही मिले तथा पंचायत प्रतिनिधि रैयत विस्थापित नेता ही डीएमएफटी की योजना को बनाए। साथ ही डीएमएफटी के तहत होने वाला कार्य भी कोयला उत्खनन प्रभावित क्षेत्र के प्रखंड में ही हो। वही कोयला निकाल लेने के बाद भूमि को समतलीकरण कर खेती योग्य बनाकर रैयतो को वापस किया जाए ताकि रैयत अपने भूमि पर फिर से खेती कर सके। श्री महतो ने उक्त मांगों पर जल्द से जल्द सकारात्मक पहल करने की मांग की।