देश की विकास मे अग्रणी भूमिका निभा रहा है मिनीरत्नम कंपनी सीसीएल

टंडवा: सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड, महारत्न कम्पनी कोल इंडिया लिमिटेड की एक सहायक कंपनी है। झारखंड स्थित इस कंपनी का मुख्यालय रांची में है। वर्तमान में यह कंपनी झारखंड राज्य के आठ जिलों में खनन गतिविधियां कर रही है। कंपनी की स्थापना 1975 में हुई थी और इसे वर्ष 2007 में श्रेणी-1 में एक ‘मिनीरत्न कंपनी’ का दर्जा प्राप्त हुआ। सीसीएल झारखंड राज्य के आठ जिलों में अपनी सामाजिक जिम्मेवारी का पालन करते हुए राज्य के विकास में अपनी भागीदारी निभा रहा है जिनमें में रांची, रामगढ़,चतरा,लातेहार, पलामू, गिरिडीह, हजारीबाग और बोकारो में सफलतापूवर्क संचालित है। जानकारो की माने तो सीसीएल राज्य के खजाने में सबसे अधिक योगदान देने वालों में से एक है और झारखंड राज्य में सबसे बड़े नियोक्ताओं में से एक है। सीसीएल का देश के कोयला उत्पादन में बहुमूल्य योगदान है। वर्तमान में सीसीएल में 36 – जिनमें 3 भूमिगत एवं 33 खुली खदानें है। 5 वाशरियां जिनमें 4 कोकिंग (कथारा, रजरप्पा, केदला एवं स्वांग) और 1 नॉन-कोकिंग (पिपरवार) संचालित हो रही हैं। सीसीएल के 7 कोलफील्‍ड्स (पूर्वी बोकारो, पश्चिमी बोकारो, उत्तरी कर्णपुरा, दक्षिणी कर्णपुरा, रामगढ़, गिरिडीह और हुंटार) हैं।

खदान से बाजार तक सर्वोत्तम प्रक्रिया के माध्यम से देश के लिए ऊर्जा सुरक्षा प्रदान करने के साथ-साथ पर्यावरण एवं सामाजिक रूप से स्थाई विकास को प्राप्त करते हुए प्राथमिक ऊर्जा क्षेत्र में राष्ट्रीय अग्रणी के रूप में उभरने का संकल्प लिए सीसीएल का उद्देश्य सुरक्षा, संरक्षण और गुणवत्ता पर ध्यान देते हुए प्रभावकारी ढंग से मितव्ययितापूर्वक सुनियोजित मात्रा में कोयला तथा कोयला उत्पाद का सुनियोजित मात्रा में उत्पादन और विपणन करना है। सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) के कई अन्य प्रमुख उद्देश्य भी हैं। सीसीएल के सीएमडी के अनुसार
संसाधनों की उत्पादकता में सुधार करके आंतरिक संसाधनों के उत्पादन को अनुकूलित करना, बर्बादी को रोकना और निवेश की आवश्यकता को पूरा करने के लिए पर्याप्त बाहरी संसाधन जुटाना।
सुरक्षा के उच्च मानकों को बनाए रखना और कोयले के दुर्घटना-मुक्त खनन के लिए प्रयास करना। वनीकरण, पर्यावरण की सुरक्षा और प्रदूषण के नियंत्रण पर जोर देना। भविष्य में कोयले की मांग को पूरा करने के लिए नई परियोजनाओं की विस्तृत खोज और योजना बनाना। मौजूदा खदानों का आधुनिकीकरण करना। कोयला खनन के साथ-साथ कोयला लाभकारी की तकनीकी जानकारी और संगठनात्मक क्षमता विकसित करना और जहां भी आवश्यक हो, कोयले के अधिक से अधिक निष्कर्षण के लिए वैज्ञानिक अन्वेषण से संबंधित अनुप्रयुक्त अनुसंधान और विकास कार्य करना।. कर्मचारियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना और बड़े पैमाने पर समाज और विशेष रूप से कोयला क्षेत्रों के आसपास के समुदाय के प्रति कॉर्पोरेट दायित्वों का निर्वहन
,संचालन को चलाने के लिए पर्याप्त संख्या में कुशल जनशक्ति प्रदान करना और कौशल उन्नयन के लिए तकनीकी और प्रबंधकीय प्रशिक्षण प्रदान करना। उपभोक्ता संतुष्टि में सुधार करना शामिल है।

सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड देश की ऊर्जा आवश्यकता की पूर्ति के लिए कृतसंकल्पित है। ऊर्जा क्षेत्र में कोयले की मांग को पूरा करने में सीसीएल के विभिन्न क्षेत्रों की महत्त्वपूर्ण भूमिका होती है।

इसी कड़ी में झारखंड राज्य के चतरा जिले में स्थित आम्रपाली एवं चंद्रगुप्त क्षेत्र, सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड का एक प्रमुख कोयला खनन क्षेत्र है। आम्रपाली एवं चंद्रगुप्त क्षेत्र सीसीएल की बहुत ही महत्वपूर्ण एवं महत्वाकांक्षी क्षेत्र है। इसके अंतर्गत आम्रपाली एवं चंद्रगुप्त नामक दो परियोजनाएं है। इसमें चन्द्रगुप्त परियोजना का परिचालन शुरू होना अभी बाकी है।

वित्त वर्ष 2023-24 में इस क्षेत्र ने 22.58 मिलियन टन का कोयला उत्पादन कर सीसीएल को अपने निर्धारित लक्ष्य को पार करने में बहुमूल्य योगदान दिया है। साथ ही, 28.58 मिलियन क्यूबिक मीटर का ओवरबर्डन रिमूवल और 21.67 मिलियन टन कोयले का प्रेषण भी किया है। अधिकारियो की माने तो सीसीएल झारखण्ड राज्य सरकार के खजाने में सबसे ज्यादा राजस्व का योगदान देती है। यह क्षेत्र राज्य और देश के ऊर्जा आवश्यकता की पूर्ति में अग्रणी भूमिका निभा रहा हैं। आम्रपाली परियोजना में लगभग 467 एमटी कोयले की भंडार है, वही दूसरी परियोजना चंद्रगुप्त में 527 एमटी कोयले की भंडार है। वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए, परियोजना का लक्ष्य 24 मिलियन टन का कोयला उत्पादन लक्ष्य प्राप्त करना है।

आम्रपाली-चंद्रगुप्त ओपनकास्ट परियोजना शॉवेल एवं डम्पर संयोजन के माध्यम से सरफेस माइनर (ब्लास्टिंग फ्री तकनीक ) एवं अन्य आधुनिक मशीनों का उपयोग करके पर्यावरण-अनुकूल खनन कर रहा है। यह परियोजना न्यूनतम पर्यावरणीय प्रभाव सुनिश्चित करते हुए अधिकतम कोयला उत्पादन करने में सफल रही है।

यह क्षेत्र अपनी परिचालन उपलब्धियों के अलावा,कमान क्षेत्रों में स्वास्थ्य, शिक्षा, सामुदायिक विकास और कौशल प्रशिक्षण इत्यादि लोक कल्याणकारी पहल से क्षेत्र के लोगों के जीवन में सकारात्मक परिवर्तन ला रहा है।

स्वास्थ्य: सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड ने टंडवा ब्लॉक, चतरा में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में एक ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित किया है, जो गंभीर मरीजों के इलाज में काफी मददगार है। साथ ही, नियमित रूप से विभिन्न स्थानों में स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया जाता है जिसका लाभ बड़ी संख्या में स्थानीय लोग उठा रहे है। क्षेत्र के ये गतिविधियां सामुदायिक विकास और कल्याण के लिए परियोजना के समर्पण को उजागर करता है। इसके अतिरिक्त, टंडवा क्षेत्र विकास कार्यक्रम (टीएडीपी) के हिस्से के रूप में सदर अस्पताल, चतरा में आईसीयू बेड स्थापित किए गए हैं।

शिक्षा: सीसीएल ने विद्यार्थिओं के बहुआयामी विकास के लिए 30 सरकारी स्कूलों में 54 स्मार्ट कक्षाएं स्थापित की हैं । साथ ही कंपनी ने स्कूली बच्चों के लिए 500 डेस्क बेंच एवं बच्चों के परिवहन के लिए 52-सीटर स्कूल बस भी उपलब्ध कराई है। इसके अतिरिक्त, छात्रों को स्वच्छ पेयजल मुहैया कराने के लिए 20 आरओ युक्त सयंत्र स्थापित किया हैं। सीसीएल के इन पहलों से स्कूल में नामांकन दर में उलेखनीय वृद्धि हुई हैं और स्कूल छोड़ने वाले विद्यार्थियों की संख्या काम हुई है।

सामुदायिक विकास और कौशल प्रशिक्षण: कंपनी ने विभिन्न गांवों में 1500 सोलर लाइट और 43 हाई मास्ट सोलर लाइट स्थापित की है। इस क्षेत्र के निवासियों के सुगम पेयजल उपलब्ध्ता हेतु 16 सौर ऊर्जा संचालित बोरवेल का निर्माण भी किया हैं। दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए 20 व्यक्तियों को मोटर चालित तिपहिया साइकिल और कृत्रिम अंग प्रदान किए हैं, जिससे उनका जीवन सुगम और सुलभ हो पाया है। साथ ही स्थानीय युवाओं को स्वावलंबी बनाने हेतु 35 बैटरी संचालित तिपहिया साइकिल का वितरिण किया गया हैं। इसके अतिरिक्त, कंपनी ने स्वरोजगार को बढ़ावा देने और रोजगार सृजन के उद्देश्य से एचएमवी प्रशिक्षण के माध्यम से कॉमर्शियल ड्राइविंग में 27 व्यक्तियों को प्रशिक्षित किया है। कर्मियों के आवासीय सुविधा हेतु एक स्मार्ट टाउनशिप का निर्माण प्रगति पर है। उपरोक्त पहल हितधारकों के कल्याण एवं समावेशी विकास के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।

ये उपलब्धियां और सीएसआर पहल, आम्रपाली-चंद्रगुप्त ओपनकास्ट प्रोजेक्ट के परिचालन उत्कृष्टता और सामुदायिक विकास के प्रति समर्पण को प्रदर्शित करती हैं। इस प्रकार आम्रपाली-चंद्रगुप्त क्षेत्र कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) के अध्यक्ष पी. एम. प्रसाद के मार्गदर्शन और सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड (सीसीएल) के सीएमडी डॉ. बी. वीरा रेड्डी के नेतृत्व से प्रेरित होकर, कंपनी ने देश की ऊर्जा मांगों को पूरा करने के साथ – साथ श्रमिकों एवं हितधारकों के समावेशी विकास की दिशा में सफलतापूर्वक अग्रसर है।

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