जमशेदपुर एवं समीपवर्ती क्षेत्रों में चांडिल डैम से होगी पेयजलापूर्ति – सरयू राय

– जल संसाधन मंत्री जमशेदपुर आकर टाटा स्टील समेत संबंधित प्राधिकारों से करेंगे वार्ता

जमशेदपुर : जमशेदपुर एवं समीपवर्ती इलाकों में पीने के लिए शुद्ध पानी की आपूर्ति सीधे चांडिल डैम से होगी। इस बारे में जल संसाधन विभाग के मंत्री बसंत सोरेन स्वयं जमशेदपुर आएंगे और टाटा स्टील समेत अन्य सक्षम प्राधिकारों के साथ बैठक कर आगे की कार्रवाई करेंगे। यह आश्वासन जल संसाधन विभाग, झारखण्ड सरकार के मंत्री ने विधायक सरयू राय के अल्पसूचित प्रश्न का उत्तर देने के क्रम में गुरुवार सदन में दिया है। इस दौरान प्रश्न पूछते हुए सरयू राय ने सदन को बताया कि राष्ट्रीय जल नीति-1987, 2002 और 2012 के अनुसार किसी भी जलाशय के पानी का उपयोग करने में पेयजल की पहली प्राथमिकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि फिलहाल चांडिल डैम से पानी नीचे स्वर्णरेखा नदी में आता है और जमशेदपुर, मानगो, मोहरदा आदि पेयजलापूर्ति योजनाओं से नदी का पानी खींचकर उसे शुद्ध कर पीने के लिए दिया जाता है। मगर पिछले कुछ दिनों से स्वर्णरेखा, खरकाई नदियों में औद्योगिक एवं नगरीय प्रदूषण बढ़ने से इन्हें साफ करने में काफी दिक्कतें आ रही हैं। खर्च भी बढ़ रहा है। काफी कोशिश करने के बावजूद मोहरदा पेयजलापूर्ति से पीने लायक साफ पानी लोगों को नहीं मिल रहा है। कभी-कभी नदी में प्रदूषण इतना बढ़ जाता है कि पानी साफ करने वाला संयंत्र भी बंद करना पड़ता है। इसलिए चांडिल डैम से सीधे डिमना लेक में पानी डाल दिया जाय और फिर वहां से मानगो होकर पहले से बिछे हुए पाइप-लाइन से वह पानी टाटा स्टील के जल शुद्धिकरण संयंत्र तक आएगा। यदि उस पाइप-लाइन को मोहरदा तक बढ़ा दिया जाय तो जमशेदपुर के लोगों के साथ ही बिरसानगर, बारीडीह, बागुनहातू, बागुननगर के लोगों को पीने का शुद्ध पानी मिलेगा और नदी के प्रदूषित जल को साफ कर पीने लायक बनाने में होने वाले खर्च में भी बचत होगी। उन्होंने कहा कि चांडिल डैम के पानी से जमशेदपुर, मानगो, जुगसलाई, बागबेड़ा, परसुडीह आदि इलाकों में भी स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति हो सकती है। वहीं विधायक सरयू राय के प्रश्न का उत्तर देते हुए मंत्री बसंत सोरेन ने कहा कि सतनाला डैम से जलापूर्ति करने में कोई दिक्कत नहीं है। परन्तु डिमना लेक पर टाटा स्टील का स्वामित्व है और इसलिए योजना को मूर्तरूप देने के लिए एक बार टाटा स्टील के साथ बातचीत करना आवश्यक है। इसके लिए वे स्वयं जमशेदपुर आयेंगे और एक उच्चस्तरीय बैठक कर मामले का समाधान भी करेंगे।

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