चरित्र मानव धर्म की सबसे बड़ी पूंजी है: पंकज जी महाराज

टड़वा: जयगुरुदेव धर्म प्रचारक संस्था, मथुरा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सन्त पंकज जी महाराज अपनी 82 दिवसीय शाकाहार-सदाचार मद्यनिषेध आध्यात्मिक जनजागरण यात्रा के साथ झारखण्ड प्रान्त के सत्संग दौरे पर हैं। सायंकाल उनकी इस यात्रा के 44वें पड़ाव प्रखण्ड टड़वा के पचम्बा मेला टांड़ नावाडीह उर्फ तेलियाडीह में पहूचा । जहां श्रद्धालुओं ने यात्रा का भव्य स्वागत किया।
बुधवार को आयोजित सत्संग समारोह में विख्यात सन्त बाबा जयगुरुदेव जी के उत्तराधिकारी सन्त पंकज जी महाराज ने कहा मानव तन की प्राप्ति हम सबका परम सौभाग्य है। उससे बड़ा सौभाग्य यह है कि इस मनुष्य रूपी मन्दिर में बैठ कर सत्संग सुनने का अवसर मिल रहा है। सन्त, महात्मा सबके होते हैं और सबकी भलाई का काम करते हैं। वह धरती पर घूम-घूम कर लोगों को मानव जीवन पाने के उद्देश्यों को समझाते हैं। आप को मनुष्य शरीर एक निश्चित समय के लिये मिला है। जिस परमात्मा ने यह शरीर दिया है उसे वह समय मालूम है। जिस दिन श्वांसों का भण्डार खाली होगा उसके सिपाही आयेंगे और प्राणों की डोरी तोड़ देंगे और मनुष्य की मृत्यु हो जायेगी। लोग इसे रश्मो-रिवाज के अनुसार जला देंगे या दफना देंगे। सारा ज्ञान, मान बड़ाई सब श्मशान भूमि पर जल कर खाक हो जायेगा। उधर इसी शरीर से मिलती लिंग शरीर में जीवात्मा धर्मराज की कचहरी में पेश कर दी जायेगी। उनका कहना था कि खोटे-बुरे कर्मों को करने वाले जीवों को सजा मिलती है। उन्होंने कहा कि सन्त, महात्मा, फकीर जब साधना करके ऊपर के मण्डलों में जाते हैं तो जीवों को मिल रही भयानक यातनाओं को देखते हैं तो द्रवित होकर जीवों समझाते हैं। इसलिये आप अपने आत्म कल्याण पर विचार करिये।
संस्थाध्यक्ष ने बताया कि चरित्र मानव धर्म की सबसे बड़ी पूंजी है। सबसे पहले आप मानवतावादी बनें। एक-दूसरे की निःस्वार्थ भाव से सेवा करें। सत्य, दया, करुणा, अहिंसा को जीवन में अपनायें। यह कर्म कर्जा के भुगतान का देश है यहां सबको कर्म-कर्जे का भुगतान करना पड़ता है। अगर आप किसी की हिंसा करेंगे तो उसका बदला देना पड़ेगा। हमारी आप सभी से विनम्र अपील है कि शाकाहार को अपनायें शराब जैसे खराब नशों का त्याग करें। अच्छे समाज के निर्माण में सहयोग करें।
महाराज जी ने बच्चों को देश की सबसे बड़ी धरोहर और पूंजी बताया। इनमें अच्छे संस्कार डालना, शराब से मुक्त करना समय की आवश्यकता है। यदि समय से आप ने अपने को बदला तो आगे भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने आगामी 24 से 26 मार्च तक जयगुरुदेव आश्रम, मथुरा में आयोजित होने वाले होली सत्संग में आने का निमन्त्रण दिया तथा बताया कि मथुरा में वरदानी जयगुरुदेव मन्दिर बना है जहां बुराईयां चढ़ाने पर मनोकामना की पूर्ति होती है।
इस अवसर पर झारखण्ड संगत के अध्यक्ष रामचन्द्र यादव, विहार प्रान्त के अध्यक्ष मृत्युन्जय झा, आयोजक नागेश्वर साव, त्रिभुवन साहू, राजीव कुमार सिंह, पारस कुमार तथा संस्था के कई पदाधिकारी एवं प्रबन्ध समिति के सदस्य उपस्थित रहे।

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